मसी मरेड़ा मऊँ ओज्यु जीवायो गयो इ बजेऊँ थे आत्मा म जीवाया गया हो। इ ताँई थे ईस्बर नगरी हाळी चिजानै टोल्यो। जठै मसी परमेसर का दायणै हात कानि बिका सिंघासन प बिराजर्यो ह।
थारी काया का अंगानै अधरम का सादन होबा ताँई पाप क हाता म मना द्यो, पण मरेड़ा मऊँ जी उठबाळा की जंय्यां परमेसर क हाता म द्यो। अर थारी काया का अंगानै धरम का सादन होबा ताँई परमेसरनै सूप द्यो।
अर परमेसर का हुकमानै नइ मानबा की बजेऊँ आपा तो आत्मा म मरेड़ा हा। पण मसी क जीबा की बजेऊँ बो आपानै पाप भर्या जीवनऊँ बचार आत्मा म जीवायो। आ परमेसर की दयाई ह जिकी बजेऊँ आपा बचगा।