11 अर अँधकार का बुरा कामा म सामिल मना होवो जंय्यां मिनख करै ह इकी बजाय बानै बाका बुरा कामा ताँई चेताओ।
रात ढळबाळी ह, अर दिन उगबाळो ह। अँधेरा का काम करबो छोडो अर उजाळा का हतियार उठाल्यो।
जखा पाप करीं बाकै सगळा क सामै दकाल लगा जिऊँ दुसरा पाप करबाऊँ डरै।
मेरा लाडला बिस्वास्यो, म्हें थानै परबु ईसु मसी म ओ आदेस देवां हां क, हरेक अंय्यां का बिस्वासी भाईड़ाऊँ नाकैई रेह्ज्यो जखो कामऊँ जी चुरावै ह। अर जखी सीख म्हें बिनै दिनी ह बिकै गेल कोनी चालै।
मेरा लाडला बिस्वास्यो, म थारूँ खेऊँ हूँ क, थानै जखी सीख मिली, बिकै खिलाप थारै म फूट गेरबाळा अर दुसरा का बिस्वासनै बिगाड़बाळाऊँ दूर रेह्ओ।
मनै ईस्बर नगरीऊँ एक ओर हेलो अंय्यां बोलता सुणाई दिओ, “ ‘मेरा मिनखो, इमैऊँ बारनै आज्याओ,’ जिऊँ थे इका पाप म सामिल नइ होवो, अर थे बिपै पड़बाळी बिपदाऊँ बचज्यावो।
तू अ सगळी बाता अधिकार क सागै तेरा सुणबाळानै सीखा, जुर्त पड़ै तो बाकै दकाल लगा अर जुर्त पड़ै तो हिमत बंधा। कोईकै सामैई तनै निचो नइ देखणो पड़ै।
ज कोई म्हारी इ चिठी म मांडेड़ी बातानै कोनी मानै बापै निगा राखो अर बाका संगराऊँ दूरई रह्यो जिऊँ बाको सीर निचो होज्यावै।
अर थे खुद जाणो हो क बि टेम थानै कंय्यां को फळ मिल्यो? जिकी बजेऊँ आज थे सरमिंदा हो अर जिको आखरी फळ मोत ह।
परमेसर का बचना को परचार कर। टेम बेटेम मिनखानै सुदारबा ताँई त्यार रेह। तू मिनखानै सई कर अर बाका पाप प बाकै दकाल लगा। सागैई बानै उदास बी मना होबा दे, बानै हिदायत देती टेम सदाई थ्यावस राखजे।
बे धारमिक्ता को दिखाओ तो करी हीं, पण परमेसर की सक्तिनै कोनी मानी। अंय्यां का मिनखाऊँ खुदनै दूर राख।
क्युं क जखो काया की बुरी इंछ्या ताँई बोवै ह बो आपकी काया की बजेऊँ नास होबाळी फसल काटसी। पण जखो पबितर आत्मा ताँई बोवै ह बो पबितर आत्मा की बजेऊँ अजर-अमर जीवन की फसल काटसी।
क्युं क जखा सोवै ह बे रातनैई सोवै ह, अर पीबाळा रातनैई पीर मतवाळा होवै ह।
पण जद यहून्ना राजपाल हेरोदनै बिका भाईड़ा की लूगाई हेरोदिआसऊँ ब्या करबा अर बिका सूगला कामा क पेटै ओळमो दिओ।
इ ताँई अंय्यां का मिनखा को संगरो मना राखो।
“ज तेरो बिस्वासी भाई तेरै सागै बुरो करै जणा तू बिनै एकला म लेज्यार बिनै बिकी गळती बता, अर जद बो थारी बात सुणर बिनै मानले जणा तू बिनै नास होबाऊँ बचा लिओ ह।
अर बा मिनखा म राड़ होवै ह जाकी मत्ती मारी गई ह, अर जखा सचऊँ दूर होगा हीं, बे सोचीं हीं क, परमेसर की सेवा धन कमाबा को सादन ह।
जिऊँ तू बाकी आँख्या खोलै अर बानै अँधेराऊँ च्यानणा म अर सेतान की सक्तिऊँ परमेसर कानि ल्यावै, अर मेर प बिस्वास करबाऊँ बानै पापऊँ माफी मिलसी अर जखी बापोत मेरा टाळेड़ा मिनखा ताँई ह बिमै बाको बी हिस्सो होसी।’
(क्युं क बाका ओलैछानै करेड़ा कामा क बारां म बात करबो बी सरम की बात ह।)
परम-पितानै धनेवाद देता रह्यो, बो थानै इ जोगो बणायो ह क उजाळा का राज म जोक्यु परमेसर आपका मिनखा ताँई धर राख्यो ह बिमै थारी पाँती होवै।
मिनखा क सीर प आसिरबाद देबा ताँई हात म्हेलर बानै परमेसर की सेवा म देबा ताँई तावळ मना करजे। दुसरा क पाप म सामिल मना होए, खुदनै पबितर बणायो राख।