32 एक दुसरा प दया कर्या करो अर जंय्यां परमेसर ईसु मसी म थारा बुरा कामा ताँई थानै माफ कर्यो ह बंय्यांई थे बी एक दुसरानै माफ करो।
अर जद थे अरदास करबा लागो जदई थे बा मिनखानै माफ करो जखा थारो बुरो कर्यो ह जिऊँ थारो परम-पिता जखो ईस्बर नगरी म ह बो थारा पाप माफ करसी।
पण ज थे कोईनै बी कोई बात ताँई माफ करो हो जणा म बी बिनै माफ करूं हूँ। अर जोक्यु बी म माफ करूं हूँ बो मसी क सामै थारै ताँई करूं हूँ,
थे परमेसर का लाडला टाबर हो, इ ताँई परमेसर का सुभाव प चालो।
पण थारा दुस्मनाऊँ बी प्यार-परेम राखो, बाकै सागै बी भलाई करो, अर क्युं बी पाछो नइ आबा की आस कर बानै करजो द्यो। अर अंय्यां करस्योक जणा थारै ताँई बडो इनाम होसी। अर थे परम-परधान परमेसर का टाबर खुवास्यो क्युं क बो तो बुरा अर बिको धनेवाद नइ करबाळा प बी दया दिखावै ह।
“कोईको भलो-बुरो कर न्याय मना करो जणा परमेसर बी थारो न्याय कोनी करसी। गळत मना बताओ जणा परमेसर थानै बी कोनी बतासी। माफ करो जणा परमेसर थानै बी माफ करसी।
क्युं क जिमै परेम होवै ह बो थ्यावस राखै ह, अर दया करै ह; अर ओ बळोकड़ो पुणो कोनी राखै; अर खुदकी बडाई कोनी मारै, अर गुमानऊँ फुलै कोनी,
ज बो रोजकी सात बार तेरो बुरो करै, अर सात्युई बार पाछो आर तेरूँ बोलै, ‘मेरूँ गळती होगी मनै माफ करो।’ जणा तू बिनै माफ कर।”
अर जंय्यां म्हें म्हारै खिलाप बुराई करबाळानै माफ कर्या हा बंय्यांई थे म्हानै माफ करो।
ओ मेरा टाबरो, म थानै मांडू हूँ, क्युं क ईसु मसी की बजेऊँ थारा पाप धोया गया हीं।
एक दुसराऊँ सचो परेम करो। एक दुसरा को खुदऊँ बेत्ती आदरमान करो।
पण ज आपा परमेसर क सामै खुदका पापनै मानल्या जणा बो आपणा सगळा पाप माफ कर देसी अर सगळी बुरायाऊँ आपानै सुद कर देसी। क्युं क बो बिस्वास जोगो अर न्याय करबाळो ह।
इब थे बिनै ओर सजा देबो बंद करो अर बि मिनखनै माफ कर बिकी हिमत बढाओ जिऊँ अंय्यां नइ होवै क बो दुख मई पड़्यो रेह्वै।
आपा बानै दुख मुसीबत सेह्बा की बजेऊँई भागहाळा बोलां हां। अर थे अयुब क थ्यावस राखबा क बारां म तो सुण्योई हो अर थे आबी सुण्या हो क परबु बिनै बिको काँई फळ दिओ क्युं क परबु तरस अर दया करबाळो ह।
म्हारी खराई, ज्ञान, थ्यावस, दया, सचो परेम, सच का समचार, पबितर आत्मा,
म्हारा पापनै माफ करो, जंय्यां म्हें म्हारो बुरो करबाळानै माफ कर्या हा। अर म्हें बिचास्या नइ जावां इ बातऊँ बचाओ।”
अर आपणा परमेसर की बडी दयाऊँ आपणा प छुटकारो देबाळो एक उगता सूरज का च्यानणा की जंय्यां ईस्बर नगरीऊँ चिलकसी।
अर भगतीऊँ भाईचारानै, अर इ भाईचाराऊँ परेमनै।
बठै का रेह्बाळा म्हारै सागै चोखो बरताव कर्या, क्युं क मी बरस्बा की बजेऊँ ठंड ही, जणा बे म्हारै ताँई बास्ते बाळी अर म्हारी आवभगत करी।