थार प बी अ बाता लागू होवै ह क्युं क थे आत्मिक बरदान पाबा ताँई उतावळा हो, थे आ कोसिस कर्या करो क थारा आत्मिक बरदानाऊँ बिस्वासी मंडळी पबितर आत्मा म पक्की होवै।
जणा इब थे बिस्वासी मंडळी का रूखाळा हो आ जिमेदारी थानै पबितर आत्मा सूपी ह। बा लल्ड्या का रेवड़ा का गुवाळ्या बणो, जिनै परमेसर आपका बेटा का लोयऊँ मोल लिओ ह।
पण मनै मेरी ज्यान की परवा कोनी म तो बस मेरी भाग दोड़नै पूरी करबो चाऊँ हूँ। अर परमेसर की दया का चोखा समचार सुणाबा को काम जखो परबु मनै सूप्यो ह बिनै पूरो करबो चाऊँ हूँ।
जणा अंय्यां सगळा यहूदिआ, गलिल, अर सामरीया की बिस्वासी मंडळ्यानै स्यांती मिली। अर बिस्वास्या की बिस्वासी मंडळी मजबूत होती गई अर परमेसर का गुणगान करती गई। अर पबितर आत्मा का हियावऊँ गिणती म बढती गई अर परमेसर का डर म रेह्ती।