अर इ गुवाईनै गैर-यहूदि मिनखानै सुणाबा ताँई म एक सचा बिस्वास की सीख देबाळो अर ईसु को भेजेड़ो चेलो बणायो गयो हूँ। जिऊँ म बिस्वास का समचार अर सच को हेलो पाड़ सकूँ। म झूठो कोनी हूँ म सच बोलर्यो हूँ।
पेल्या म मेरा मुंडाऊँ परमेसर की बुराई करबाळो, परमेसर का मिनखानै दिन घालबाळो अर एक अँधेर करबाळो मिनख हो। इकै पाछै बी मेर प दया होई। क्युं क म एक परमेसर म बिस्वास नइ करबाळा की जंय्यां अणभोळ म अ सगळा काम कर्यो हो।