21 बिस्वास्या की बिस्वासी मंडळी म परमेसर की मेमा जुग-जुग होती रेह्वै क्युं क आ मेमा परमेसर मसी ईसु क जरिए परगट करी ह। अंय्यांई होज्यावै!
क्युं क सगळा को रचबाळो बोई ह। बिऊँ सगळा हीं अर बे बी ताँई हीं। बिकी सदाई मेमा हो! अंय्यांई होवै।
पण आपणा परबु अर छुटकारो देबाळा ईसु मसी की दया अर बिकी पिछाण म बढता जाओ। बिकी मेमा इब अर सदा-सदाई होती रेह्वै। अंय्यांई होवै!
परमेसर को राज जुग-जुग रेह्वै। अंय्यांई होवै।
आपणा परमेसर अर परम-पिता की मेमा जुग-जुग होती रेह्वै। अंय्यांई होज्यावै।
ईसु मसी क जरिए खाली बि एकई ज्ञान का सागर परमेसर की कदैई नइ मिटबाळा जुग ताँई मेमा हो। अंय्यांई होज्यावै!
जणा इब थे बी जीवता भाठा की जंय्यां हो, जाऊँ परमेसर आपको आत्मिक घर बणार्यो ह। थे पबितर याजक बी हो, जखा आपका आत्मिक चढावानै ईसु मसी क जरिए परमेसरनै राजी करबा ताँई चढाओ हो।
अर परम-पिता परमेसर की मेमा करबा ताँई हरेक खुदकी जबानऊँ मानिंगा क ईसु मसीई परबु ह।
परमेसर की मेमा जुग-जुग होवै! अंय्यांई होवै।
अर परबु मनै सगळी बुरी बाताऊँ बचासी अर बचार ईस्बर नगरी राज म लेज्यासी। बिकी मेमा जुग-जुग होती रेह्वै। अंय्यांई होवै!
धारमिक्ता का चोखा लखणाऊँ थारो जीवन भरज्यावै, जखो परमेसर की मेमा अर जे-जैकार ताँई ईसु मसीऊँ मिलै ह।
परमेसर की मेमाभरी दया ताँई बिकी जे-जैकार होवै, जखी बिका लाडला बेटा म आपानै सितमित म मिली ह!
क, “ईस्बर नगरी म परमेसर की जे-जैकार हो अर धरती प बा मिनखानै स्यांती मिलै जिऊँ बो राजी ह।”
ओ उपकार जखो बो मसी ईसु म आपणा प दिखायो ह, बि दया क जरिए बो आबाळा जुग-जुग का मिनखानै बिका उपकार की बोळी मुकळाईनै दिखाबो चावै ह, जिकी कोई होड कोनी कर सकै।
अर थे म्हानै बिचासबा मना द्यो पण बुराईऊँ बचाओ।
इ ताँई म, जखो परबु की सेवा ताँई केदि हूँ थारूँ आ अरदास करूं हूँ क जखा हेलाऊँ थानै बुलायो गयो हो बिकै जोगीई चाल चालो,