14-15 भाईड़ो इ ताँई म परमेसर क आगै जखो ईस्बर नगरी अर धरती उपर का सगळा कूणबा को परम-पिता ह थारै ताँई बिऊँ अरदास करूं हूँ क,
जिऊँ ईसु का नाम को आदरमान करबा ताँई ईस्बर नगरी का, धरती का अर धरती तळै का सगळा गोडा टेकींगा,
आठवा दिन म्हें बठैऊँ रवानगी करी अर बे आपका टाबर-टिकरा समेत म्हानै नगरी क बारनै छोडर गया अर समदर क किनारा प पुगर म्हें गोडा टे'कर अरदास करी,
परमेसर अर आपणा परबु ईसु मसी का परम-पिता की जे हो, जखो इ सरस्टिनै रचबा क पेल्याई आपा बिस्वास्यानै मसी म टाळ लिओ। बो आपानै टाळ्यो जिऊँ आपा बिकी नजर्या म पबितर अर निरदोस होवां। जणाई बो ईसु मसी म आपानै ईस्बर नगरी म सगळा भात का आत्मिक आसिरबाद दिआ हीं। अर परमेसर खुदका परेम की बजेऊँ
आ खेर बो आपका गोडा क पाण बेठगो अर सगळा क सागै अरदास करबा लागगो।
जत्ती दूर भाठो बगायो जा सकै ह बो बेत्ती दूर बाऊँ न्यारो जार गोडा क पाण बेठर अरदास करबा लागगो,
जणा पतरस बा सगळानै कोठा क बारनै भेज्यो अर आपका गोडा टे'कर अरदास करी अर बि लास कानि देखर बोल्यो, “तबिता उठ।” जणा बा आपकी आँख खोली अर पतरसनै देखर बेठी होगी।
इकै पाछै बो गोडावाणी पड़्यो अर जोरऊँ बोल्यो, “परबु ओ पाप आपै मना मंढो।” आ खेर बो पिराण तज दिआ।