6 अर मसी क मरेड़ा म जी उठबा की बजेऊँ बो आपानै ईस्बर नगरी म मसी ईसु क सागै राज करबा ताँई जीवायो।
परमेसर अर आपणा परबु ईसु मसी का परम-पिता की जे हो, जखो इ सरस्टिनै रचबा क पेल्याई आपा बिस्वास्यानै मसी म टाळ लिओ। बो आपानै टाळ्यो जिऊँ आपा बिकी नजर्या म पबितर अर निरदोस होवां। जणाई बो ईसु मसी म आपानै ईस्बर नगरी म सगळा भात का आत्मिक आसिरबाद दिआ हीं। अर परमेसर खुदका परेम की बजेऊँ
जखो बी मेरी सेवा करबो चावै ह, बिनै मेरै गेल चालनो पड़सी जिऊँ क मेरा दास मेरै सागैई रेह्वै। जखो मेरी सेवा करसी, बानै मेरो परम-पिता मान देसी।
बठै थारै ताँई झघा बणाया पाछै म थानै लेबा आस्युं। बिकै पाछै आपा सागैई रेहस्यां।
म थानै सची खेऊँ हूँ म इबऊँ आ अँगूरी जद ताँई कोनी पीस्युं जद ताँई मेरा परम-पिता का राज म थारै सागै नई नइ पीऊँ।”
बे दास बडा भागहाळा हीं, जखा मालिकनै चेता म लाधै। अर म सची-सची बोलुँ हूँ, “बो बी आपको गमछो खोलर बानै बिठार रोटी परूससी।
इ काया रूपी बिस्वासी मंडळी को सीर अर जीवन की सरूआत बोई ह। अर मरेड़ा मऊँ जी उठबाळा म पेलीपोत को बोई ह, इ बजेऊँ सगळी बाता म पेली झघा बिनैई मिलै।
म परमेसर की इंछ्या गेल मसी ईसुऊँ भेजेड़ो चेलो पोलुस, इफिसुस म रेह्बाळा ईसु मसी प बिस्वास करबाळा परमेसर का मिनखानै नमस्कार मांडू हूँ।
आपा परमेसर की बणाएड़ी रचना हां अर मसी ईसुऊँ भला काम करबा ताँई आपानै रच्यो गयो ह, जानै परमेसर पेल्याऊँई आपणा ताँई त्यार कर्यो ह।
पण थे जखा पेल्या परमेसरऊँ दूर हा, इब मसी ईसु का लोयऊँ कनै ल्याया गया हो।