21 मसी सगळा राजकरबाळा प, अधिकार्या प, उपरी सक्तिया प अर परबुआ प, अर हरेक नाम प राज करै ह, बिको ओदो इ दुनिया प अर आबाळी दुनिया प अधिकार राखबाळा ओदाऊँ उचो ह।
अर बिमैई थे भर्यापूरा हो, जखो सगळी राज करबाळी अर अधिकार राखबाळी सक्तियाऊँ बोळो बडो ह।
बो ईस्बर नगरी जार परमेसर क दायणै हात बेठगो, अर ईस्बर नगरी दुत, उपरी सक्तिया का अधिकारी, सगळी सक्तिया बिकै बस म कर दिनी गई।
जणा बो ईस्बर नगरी दुताऊँ बडो बणगो अर जखो नाम बिनै बापोत म दिओ गयो बो बाका नामऊँ बडो ह।
“ईसु क सिवाय आपानै पापऊँ कोईबी कोनी बचा सकै। अर इ धरती प अंय्यां को दुसरो नाम आथई कोनी जखो मिनखानै बचा सकै। क्युं क परमेसर मिनखानै बचाबा ताँई ईसुनैई भेज्यो ह, अर बोई आपानै बचा सकै ह।”
अर राज करबाळा अर उपरी सक्तिया का अधिकारी का हतियार खोसर सुळीऊँ बाको चोड़ै-धाड़ै तमासो बणायो अर बानै आपकै गेल कर जीत को जुलस काड्यो।
जिऊँ परमेसर का भात-भात का ज्ञाननै बिस्वास्या की बिस्वासी मंडळी क हाताऊँ उपरी सक्तिया प राज करबाळा अर अधिकार्यानै बतावै।
क्युं क आ राड़ मिनखाऊँ कोनी पण उपरी सक्तिया का अधिकारीयाऊँ, अँधकार का हाकीमाऊँ अर बुरी आत्मा की सेनाऊँ ह।
इ ताँई परमेसर को बेटो ईसु मसी अंय्यां को म्हान म्हायाजक ह जखो ईस्बर नगरी गयो। जणा आओ आपा बा बाता म मजबूत रेह्वां जानै आपा मानी ह।
अर ज कोई मिनख का बेटानै भलो-बुरो खेवै ह जणा बिनै परमेसर माफ कर सकै ह। पण जखो मिनख पबितर आत्मा क खिलाप क्युं खेवै ह जणा बिनै नइ तो इ जुग म अर नइ आबाळा जुग म माफी ह।
जि आबाळा जुग की चरचा आपा करर्या हां बिपै राज करबा ताँई परमेसर ईस्बर नगरी दुतानै कोनी गिण्यो।
अर गेलड़ा दिना म थे इ जगत का कूगेला प चालता हा, अर सगळी सूगली ओपरी बलाया का राजा को कह्यो कर्या करता हा, आ आत्मा बा मिनखा प हक जमावै ह जखा परमेसर का हुकमानै कोनी मानै।