11 परमेसर सगळी चिजा बंय्यांई करी जंय्यां बो ध्यार राखी ही; अर परमेसर आपका मकसद गेल आपणानै बी मसी क सागै बिका मिनख होबा ताँई टाळ्यो जिनै बो बोळी पेल्याऊँई ध्यार राख्यो हो।
अर आपा जाणा हां क जखा परमेसरऊँ परेम करै ह बा ताँई हर बात मिलर भलाई पैदा करै, बा ताँई, जखा बिका मकसद गेल बुलाया गया हीं।
इब थे ईस्बर नगरी म धरेड़ी बि बापोत का वारिस होगा हो, जखी नइ तो कदैई नास होबा की अर नइ सिड़बा की अर नइ गुमबा की ह।
आ पबितर आत्मा इ बात की जामनी ह क परमेसर आपका मिनखा ताँई जखो बादो कर्यो ह बो पूरो होज्यासी, अर आपणानै ओ बिस्वास दिलावै क जखा बी बिका ह बानै परमेसर पूरो-पूरो छुटकारो दिलासी जिऊँ बिकी मेमा की जे-जैकार होवै।
परमेसर इनै आपकी जुग-जुग ताँई रेह्बाळी मनस्याऊँ कर्यो ह जिनै बो आपणा परबु मसी ईसु की बजेऊँ पूरी कर्यो ह।
पेल्याऊँई आ ते करलिनी ही क ईसु मसी म आपा बिका गोद लियड़ा टाबर होवां, आई बिकी खुसी अर मकसद हो।
क्युं क ज बापोत नेम-कायदाऊँ मिलती जणा करारऊँ कोनी मिलती, पण परमेसर अब्राहम प आपकी दया दिखाई अर बापोती करार की बजेऊँ बिनै दि।
सोगनऊँ परमेसर बिका करार का पाँतीवाळ मिनखानै ओ साप-साप दिखाबो चावै हो क बिको बादो कदैई कोनी टळै। अंय्यां बो सोगनऊँ करारनै पुक्तो कर्यो।
दयाऊँई आपा परमेसर क सामै सई हां अर अजर-अमर जीवन का वारिस होवां जिकी आपा आस राखां हां।
अर ज आपा बिकी ओलाद हां जणा परमेसर का वारिस अर मसी क सागै पाँतीवाळ बी हां, ज आपा बिकै सागै दुख म पाँतीवाळ हां जणा बिकै सागै मेमा म बी पाँतीवाळ हां।
परम-पितानै धनेवाद देता रह्यो, बो थानै इ जोगो बणायो ह क उजाळा का राज म जोक्यु परमेसर आपका मिनखा ताँई धर राख्यो ह बिमै थारी पाँती होवै।
याद राखो, थारो असली मालिक मसी ह जिकी थे सेवा करो हो अर परबु थारै ताँई जखो इनाम धर राख्यो ह बो थानै देसी।
जिऊँ तू बाकी आँख्या खोलै अर बानै अँधेराऊँ च्यानणा म अर सेतान की सक्तिऊँ परमेसर कानि ल्यावै, अर मेर प बिस्वास करबाऊँ बानै पापऊँ माफी मिलसी अर जखी बापोत मेरा टाळेड़ा मिनखा ताँई ह बिमै बाको बी हिस्सो होसी।’
अर इब म थानै परमेसर की साळसमाळ अर बिकी दया का बचना म सूपूँ हूँ जखो थानै तगड़ो करसी अर जखी बापोत परमेसर का सगळा मिनखा ताँई ह बा थानै बी देसी।
परमेसर आपका मकसद अर आबाळी बातानै जाणबाळा ज्ञानऊँ पेल्याई ते कर्यो, क ईसु थारा हाता म सूप्यो ज्यासी अर थे पापी मिनखा क हाता बिनै पकड़र बिका हाता म किलां ठोकर बिनै सुळी प चढार मार गेरस्यो।
क्युं क म परमेसर की सगळी इंछ्या थानै बता दिओ हूँ।
जोक्यु तू तेरी सक्ति अर इंछ्याऊँ पेलीई ते कर राख्यो हो, बिनैई बे पूरो कर्या।
थे बुराई क बदलै बुराई मना करो, गाळी क बदलै गाळी मना द्यो पण आकै बदलै आसिरबादई द्यो। क्युं क थानै अंय्यां करबा ताँई बुलायो गयो ह जिऊँ थे आसिरबाद का वारिस होवो। जंय्यां सास्तर म मंडर्यो ह,
“परबु का मननै कूण जाणै ह? अर बिनै राय देबाळो कूण ह?”
मेरा लाडला बिस्वास्यो, ध्यानऊँ सुणो, के ईस्बर बानै कोनी टाळ्यो जखा इ जगत का मिनखा की नजर्या म गरीब ह? जिऊँ बे बिस्वास म अमीर होज्यावै अर बि राज का अधिकारी बणै जिनै परमेसर बिऊँ परेम करबाळानै देबा को बादो कर्यो ह।
जिनै बो बुदी अर सगळी समजदारी क सागै बेत्ती-बेत्ती आपानै दिनी ह!
आ सुणर गैर-यहूदि मिनख बोळा राजी होया अर परबु का बचना की मेमा करबा लागगा। अर जत्ता बी अजर-अमर जीवन ताँई टाळेड़ा हा बे बिस्वास कर्या।
जिनै बो पेल्या टाळ्यो बानै बो बिका बेटा स्यारका बणाबा ताँई ते कर्यो। जिऊँ बोळा भायां म बो पेलीपोत को बणै।
जानै बो टाळ्यो बानै बो बुलायो अर जानै बो बुलायो बानै धरमी बी बणायो अर जानै बो धरमी बणायो बानै मेमा बी दिनी।
अर जोड़ला टाबरा क जलमऊँ पेल्या अर बाकै क्युं बी भलो-बुरो करबाऊँ पेल्या परमेसर रिबकाऊँ बोल्यो, “बडोड़ो छोटक्या की सेवा करसी।” परमेसर अंय्यां इ ताँई बोल्यो जिऊँ परमेसर क टाळबा को मकसद पूरो होवै जखो बा दोन्या क करमा गेल कोनी हो, पण इ बात प हो क परमेसर किनै बुलाबा की ध्यारमाली हीं।
परमेसर बोई कर्यो जखो बिको मकसद हो, अर बो बि भेदनै आपानै बतायो जिनै मसीऊँ पूरो करबा ताँई बो पेल्याऊँई ध्यार राख्यो हो।
अर म आ बी माँगु हूँ क बिका च्यानणानै देखबा ताँई थारा मन की आँख्या खुलज्यावै जिऊँ थे जाणल्यो क बा कूणसी आस ह जि ताँई बो थानै बुलायो ह? अर बा आ ह क परमेसर का मिनखा म बिऊँ मिलबाळी मेमाभरी पाँती कत्ती मोकळी ह।
बो आपणा ताँई खुदकी ज्यान दे दिनी। जिऊँ बो आपानै सगळा पापऊँ बचावै अर आपानै सुद कर खुद ताँई अंय्यां का मिनख बणावै जखा भला काम करबा ताँई उतावळा रेह्वै।