2 ध्यानऊँ अरदास करबा म लाग्या रह्यो अर परमेसरनै धनेवाद देता रेह्ओ।
कोईबी बात की चिंत्या मना करो, पण परमेसर को सगळी बात ताँई दिलऊँ धनेवाद करता होया थानै जखो चाए ह बि ताँई बिऊँ अरदास अर बिणती कर माँगता रह्यो।
हरेक मोका प अर सगळी बाता म पबितर आत्माऊँ अरदास करता रह्यो अर बंय्यांई सगळा परमेसर का मिनखा ताँई जी ज्यानऊँ अरदास करबा ताँई जागता रेह्ओ।
आस म राजी रेह्ओ, पिड़ा म थ्यावस राखो, लगातार अरदास करता रेह्ओ।
थे जागता रेह्ओ अर अरदास करो जिऊँ थे बिचास्या नइ जाओ। आत्मा तो चावै ह पण आ काया माड़ी ह।”
जणा ईसु चेलानै आ बताबा ताँई की बे रोजकी अरदास करता रेह्वै। अर हिमत नइ छोडीं एक मिसाल दिनी:
इ ताँई सदाई चेता म रेह्ओ अर सदाई अरदास करता रेह्ओ जिऊँ थे सगळी होबाळी बाताऊँ बच सको अर मिनख का बेटा क सामै खड़्या हो सको।”
बा घड़ी सांकड़ैई ह जद सक्यु नास होज्यासी। इ ताँई स्याणा बणो अर खुदनै बस म राखो जिऊँ थानै अरदास करबा म मदद मिलै।
इ बजेऊँ जनाड़ैऊँ म्हें थारै बारां म सुण्यो हो थारै ताँई अरदास करबो कोनी छोड्यो। म्हें अरदास करां हां क परमेसर थानै बिकी इंछ्या का गेरा ज्ञान अर बि सगळी बुदी अर समजऊँ भरै जखी आत्मिक ह।
इ बजेऊँ थे समळर जागता रेहज्यो थानै कोनी बेरो क बो दिन कद आसी अर नइ थे बि दिन क बारां म जाणो।
मेरो खेबा को मतबल ओ ह क, थे जोक्यु करो अर बोलो बो परबु ईसु मसी क नामऊँ होणो चाए अर बिका नामऊँई परम-पिता परमेसरनै धनेवाद द्यो।
अर जंय्यां थानै सीखायो गयो ह बंय्यांई थारी जड़ानै बिमै फिलार बढता जाओ। बिपै थारा जीवना की निम गेरो। अर बिस्वास म पक्का होर बिको धनेवाद करता रेह्ओ।
थारै मालोई एक ओर ह जिको नाम इफरास ह अर मसी ईसु को दास ह बिकी बी थानै “जे मसी की” पुगै। ओ सदाई थारै ताँई जी ज्यानऊँ अरदास करै ह जिऊँ थे परमेसर की सगळी इंछ्या म समजदारी अर पूरा भरोसा क सागै खड़्या रेह सको।
परमेसर थानै एक सागै एकई काया म स्यांतीऊँ रेह्बा ताँई बुलायो ह, जणा इब थे मसी जखी स्यांती थानै दि ह बिनै थारा हिया म राज करबा द्यो। अर परमेसर को धनेवाद करता रह्यो।
अर आकै सागै क्युंक लूगाया बी ही, अ सगळा एक चित होर अरदास करबा म लाग्या रेह्ता हा। बामै ईसु की माँ मरीयम अर बिको भाई बी हो।