10 अर नएड़ा सुभावनै ध्यार लिओ ह। अर थे परमेसर का गुण अर बिका सगळा ज्ञान म दिन-दिन बढता जाओ।
दुनिया की बाता प मना चालो। पण लगातार परमेसरनै थारा मनानै पूरीतर्या बदलबा द्यो। क्युं क अंय्यां होबाऊँ थे परख'र जाणस्यो क परमेसर की काँई इंछ्या ह, काँई चोखो ह, काँई बिनै राजी करै अर काँई सिद ह।
आपा परमेसर की बणाएड़ी रचना हां अर मसी ईसुऊँ भला काम करबा ताँई आपानै रच्यो गयो ह, जानै परमेसर पेल्याऊँई आपणा ताँई त्यार कर्यो ह।
थे परमेसर का लाडला, पबितर अर टाळेड़ा मिनख हो। इ ताँई तरस, दया, नरमाई अर थ्यावस का गाबा पेरल्यो अर मन म बडा मना होवो।
इ ताँई इब जखो बी मसी म ह बो नई सरस्टि ह। गेलड़ी बाता बितगी। अर इब सक्यु नयो ह।
अर आ सगळा लखणा म प्यार-परेमनै बी सामिल करल्यो जखो सगळी चिजानै आपसरी म कोनी टूटबाळा पटा म बांदै ह।
पण जखोबी मिनख परमेसर को खयो करै ह, जणा बिकै मांयनै परमेसर को परेम सचमई बास करै ह। क्युं क ओई एक गेलो ह जिऊँ आपा परमेसर म मजबूत बण्या रेह सकां हां।
पण परबु ईसु मसी का सुभावनै लेर आपणा पापी सुभावनै अर मन की इंछ्यानै मारो।
परमेसरनै सचमई जाणबा ताँई एकई गेलो ह क, आपा बिका हुकमानै माना, अर ज आपा अंय्यां करां हां, जणा बिनै सचमई जाण लिआ हां।
जिनै बो पेल्या टाळ्यो बानै बो बिका बेटा स्यारका बणाबा ताँई ते कर्यो। जिऊँ बोळा भायां म बो पेलीपोत को बणै।
अजर-अमर जीवन ओ ह क बे थानै, जखा इकलोता सचा परमेसर हो, अर ईसु मसीनै जाणै जिनै थे भेज्या हो।
जणा जखो सिंघासन प बेठ्यो हो बो बोल्यो, “देखो, म सक्यु नयो बणार्यो हूँ।” बो ओज्यु बोल्यो, “इनै मांडले क्युं क अ बचन बिस्वास जोगा अर सचा हीं।”
अर नेम-कायदा का हुकमा अर नेम-कायदानै भुजाण दिओ अर यहूदि अर गैर-यहूदिआनै आपसरी म मिलार परमेसर का मिनख बणा दिओ।
क्युं क नइ तो सुन्नत कराबाळा अर नइ सुन्नत नइ कराबाळा क्यु ह, पण जखी बात माईनो राखै ह बा ह क, सगळा नई सरस्टि ह।
क्युं क बो परमेसरई ह जखो बोल्यो क, “अँधेरा म च्यानणो हो” अर बोई म्हारा हिया म होयो, जिऊँ म्हानै ईसु मसी म परमेसर की मेमा की ज्ञान को च्यानणो मिल सकै।
इ ताँई आपणा मुंडा ढकेड़ा कोनी। बे परबु की मेमा का तेजनै दरसावीं हीं अर पबितर आत्मा आपानै होळ्या-होळ्या आपणा मेमाभर्या परबु की जंय्यां बणावै ह।
रात ढळबाळी ह, अर दिन उगबाळो ह। अँधेरा का काम करबो छोडो अर उजाळा का हतियार उठाल्यो।
अर थार मऊँ जत्ता बी मसी म बतिस्मो लिआ हो बे मसीनै गाबा की जंय्यां पेर लिआ हीं।
जणा ज अ मिनख भटक जावै जणा आ मिनखा को हियो फेर'र ओज्यु परमेसर का गेला प ल्याबो बोळो ओखो ह, क्युं क बे परमेसर का बेटानै खुद ताँई ओज्यु सुळी चढावीं अर चोड़ै-धाड़ै बिको तमासो बणावीं हीं।
जणा बिकी मोत को बतिस्मो लेबाऊँ आपा बी बिकै सागैई गाड्या गया हा, अर जंय्यां परम-पिता की मेमा भरी सक्ति क जरिए मसीनै मरेड़ा मऊँ जीवायो गयो हो बंय्यांई आपा बी एक नयो जीवन जीवां।
इ ताँई कदैई हिमत मना हारो, चाए आपणी बारली काया कमजोर होती जारी ह, पण आपणो मांयलो नित नयो होतो जार्यो ह।
म आ अरदास करूं हूँ क, तू मिनखानै तेरै बिस्वास क बारां म बतावै जणा बिकै जरिए बे मसी का सगळा आसिरबादा क बारां म जाणै जखा आपानै दियड़ा ह।