4 अंय्यां म इ ताँई बोलुँ हूँ क कोई थानै आपकी मिठी-मिठी बाताऊँ धोको नइ दे सकै।
लाडलो, हरेक मिनख की बाता को बिस्वास मना करो जखो खेवै ह क, म, आत्माऊँ बोलुँ हूँ। पण सदाई बाकी आत्मानै परखो अर देखो क बामै परमेसर ह क कोनी। म थारूँ अंय्यां इ ताँई खेर्यो हूँ, क्युं क इ दुनिया म बोळा झूठा परमेसर की खेबाळा घुमर्या हीं।
जिऊँ आपा टाबरपुणो नइ करां। जिऊँ आपा मिनखा का ठगपुणा अर चतराईऊँ अर बाकी भंगराबाळी सीख म आर इनै-बिनै भटकता नइ फिरां।
ईसु बानै बोल्यो, “थे समळर रेहज्यो थानै कोई छळ नइ ले।
म आ बात इ ताँई बोलुँ हूँ, क्युं क इ दुनिया म बोळा भटकाबाळा मिनख हीं। अर जखो बी मिनख इ बातनै कोनी मानै क ईसु मसी इ धरती प मिनख काया को रूप लेर आयो, जणा बो छळ करबाळो ह अर मसी को बेरी ह।
थानै बा दिना म झूठा मसी अर झूठा परमेसर की खेबाळा दिखबा म आसी। अर बे सेलाणी-चमत्कार दिखार टाळेड़ा मिनखानै बी भेकाबा की कोसिस करसी।
अर बो धरती का सगळा देसा का मिनखानै भंगराबा ताँई जासी अ गोग अर मागोग का नामऊँ जाण्या जावै ह। बो बानै युद करबा ताँई भेळा करसी। अर बे समदर की रेत की जंय्यां अणगीणत होसी।
अर पापी अर धोकेबाज मिनख धोको देता अर धोको खाता बिगड़ताई जावीं।
मिनखनै परमेसरऊँ दूर लेज्याबाळी दुनियादारी अर बकवास बाताऊँ खुदनै दूर राख।
कोईबी थानै बेकार की बाताऊँ धोको नइ देदे; क्युं क आ कामा की बजेऊँ परमेसर को परकोप बिका हुकमानै नइ मानबाळा प पड़ै ह।
अर थारै मऊँ बी अंय्यां का मिनख खड़्या होसी जखा टेडी मेडी बाता बोलर बिस्वास्यानै आपकै गेल कर लेसी।
बो बिनै पताळ म गेर'र बिकै ताळो लगा दिओ। अर बिकै उपर म्होर लगादि जिऊँ बो एक हझार बरसा ताँई मिनखानै कोनी भंगरा सकै। पण एक हझार बरसा क पाछै बिनै क्युंक टेम ताँई छोड्यो ज्यासी।
जखा मिनखा को नाम बि उन्या की जीवन हाळी पोथी म कोनी मांडेड़ो बे सगळा मिनख इ डरावना जानबरनै धोकसी। ओ उन्यो जखो इ सरस्टि की सरूआतऊँई बलि होबा ताँई ते कर्यो गयो हो।
अर बि बडासारा अजगरनै धरती प फेक दिओ गयो, ओ बोई पुराणो बडो नाग ह जिनै दानव, सेतान बोल्यो गयो ह। ओ सगळा जगत का मिनखानै भंगरावै ह। बो आपका दुता क सागै धरती प फेक दिओ गयो।
म अ बाता बा मिनखा बेई थानै मांडी ह जखा थानै भंगराबा की कोसिस करीं हीं।
ओ मेरा टाबरो, जंय्यांकी थे जाणो हो क, आखरी घड़ी आगी ह अर मसी को बेरी बी आबाळो ह, अर आबाळो काँई ह जदकी मसी का बोळा बेरी आग्या हीं। इ बात की बजेऊँई आपा जाण सकां हां क आ आखरी घड़ी ह।
जखो मिनख देख-दिखावा की नरमाई बरतै अर ईस्बर नगरी दुतानै पूजबा को काम करै ह बिनै थारा इनाम पाबा म रोड़ो मना बणबा द्यो। अंय्यांलको मिनख सदाई बा दिव्य दरसावा की फांप मारतो रेह जखा बो देख्या हा अर बो आपका अर मिनखा का बिचार म झूठोई गुमान म फुल्यो रेह्वै ह,
सचमई मसी ईसु जखो मिनख बणर आयो बिमै परमेसर को सगळो सुभाव भरपूरी क सागै बास करै ह। इ ताँई थे बेमतबल की जिरै-बाजीऊँ समळर रेह्ओ कदै कोई थानै आको गुलाम नइ बणाले क्युं क अ मसी कानिऊँ नइ पण मिनखा का रिती-रिवाजा अर जगत प राज करबाळी आत्मा कानिऊँ आवै ह।
म्हें बठै बा मिनखा की बजेऊँ गया जखा म्हारै बिचमै ओलै-छानै मसी ईसु क गेल चालबाळा बणर आगा हा। अर बे अंय्यां इ बजेऊँ कर्या क मसी ईसुऊँ आबाळी अजादि को चोखो समचार जखो म्हानै मिल्यो ह बिको भेद लेर म्हानै दास बणावै।
पण मनै डर ह क्युं क कदै अंय्यां नइ होज्या क जंय्यां हवानै जखी धरती की सऊँ पेली नारी ही बिनै साँप चतराईऊँ भंगरा दिओ हो, बंय्यांई थारा हियानै नइ भंगरा दे जिमै मसी ताँई थारी खरी भगती अर ईमानदारी ह।
मेरो बोलबो, अर हेलो पाड़बो मिनख की बुदी गेल बडा-बडा बोलऊँ कोनी हो पण पबितर आत्मा की सक्ति का पुक्ता सबूत म हो,
क्युं क झूठा मसी अर झूठा परमेसर की खेबाळा आसी, बे सेलाणी-चमत्कार अर ताजूब का काम दिखासी। अर ज होयो तो बे टाळेड़ा मिनखानै बी छळबा की कोसिस करसी।
इ ताँई परबु का नामऊँ म थानै चेतार्यो हूँ क इब आगैऊँ परमेसरनै नइ ध्यारबाळा मिनखा की जंय्यां मना जीवो क्युं क बाकी सोच बुरी ह,