कलुसीयो 1:10 - जीवन को च्यानणो (सेकावाटी नया नियम की पोथ्या)
10 जिऊँ थे परबु जंय्यां चावै ह बंय्यां जी सको अर हर बाता म सदाई परबु मसीनै राजी राख सको। थारै जीवन म भला कामा का फळ लागै अर थे परमेसर का ज्ञान म दिन-दिन बढता रह्यो।
परमेसर को धनेवाद हो क बो आपानै मसी की बजेऊँ सदाई जीत का गेला प लेज्यावै ह। अर परमेसर मसी की बाता का ज्ञाननै च्यारूमेर फेलाबा ताँई आपानै चोखी सुगंद की जंय्यां काम म लेवै ह।
जणा बिकी मोत को बतिस्मो लेबाऊँ आपा बी बिकै सागैई गाड्या गया हा, अर जंय्यां परम-पिता की मेमा भरी सक्ति क जरिए मसीनै मरेड़ा मऊँ जीवायो गयो हो बंय्यांई आपा बी एक नयो जीवन जीवां।
जणा मोटी बात आ ह क थारा जीवन की उठ बेठ खाली मसी का चोखा समचार जोगी होणी चाए; जिऊँ म थारै बारां म आई सुणू क थे एकई मकसद ताँई खड़्या हो अर एकई मनस्या राख'र चोखा समचारऊँ मिलेड़ा बिस्वास ताँई कड़ी मेनत करतार्यो हो, चाए म थानै आर देखूँ चाए नइ देखूँ,
मेरा लाडला बिस्वासी भाईड़ो, म चाऊँ हूँ थे इनै जाणो क म बोळी बार थारै कनै आबा की सोची क थारै म बाकी का दुसरा गैर-यहूदि मिनखा की जंय्यां फळ पा सकूँ पण हर बर क्युंना क्युं अंय्यां होयो क म कोनी आ सक्यो।
जणाई तो बे बिस्वासी मंडळी क सामै तेरै बारां म आ गुवाई दिनी ह क तू बाऊँ कंय्यां को परेम राख्यो ह। इ ताँई जद तू बानै बिदा करै जणा अंय्यां करजे जिऊँ परमेसरनै मान मिलै।