15 अर बे बठै जार बा सगळा ताँई अरदास करी क बा सगळानै पबितर आत्मा मिलै।
जणा पतरस बोल्यो, “थे थारा पापऊँ तौबा करो ईसु मसी का नाम म बतिस्मो लेल्यो जिऊँ थारा पाप धोया जासी। अर थानै पबितर आत्मा को बरदान मिलसी
क्युं क म, इ बातनै आछ्यां जाणू हूँ क, थारी अरदास अर ईसु मसी की पबितर आत्मा कानिऊँ मिलेड़ा साराऊँ म केदऊँ छुट जास्युं।
अर म थारूँ सची खेऊँ हूँ ज दो मिनख इ धरती प एक मन होर मेरा परम-पिताऊँ जखो ईस्बर नगरी म ह बिऊँ जोक्यु माँगसी जणा बो देसी।
जणा बो बाऊँ बुज्यो, “थे जद बिस्वास कर्यो हो बि टेम थानै पबितर आत्मा मिल्यो हो के?” जणा बे बोल्या, “ओ काँई होवै ह म्हें तो पबितर आत्मा क बारां म पेली कदैई कोनी सुण्या।”
इ ताँई जखो मिनख न्यारी बोली बोलै बिनै अरदास बी करबो चाए क जखो बो बोल्यो ह बिको मतबल बी बता सकै।