थे केद म पड़्या मिनखा का दुख म दुखी होया, अर थे आ जा'णर क थारै कनै अंय्यां की धन-दोलत ह जखी चोखी अर सदाई रेह्बाळी ह, राजी-राजी थारी धन-दोलत जब्त होबा दि।
पण पोलुस बाऊँ बोल्यो, “थे ओ काँई करो हो? आ ढंगा रो-रोर थे मेरो मन कचो करो हो, म तो परबु ईसु का नामऊँ यरूसलेम म खाली बंदि बणबा ताँई नइ पण मरबा ताँई बी त्यार हूँ।”