9 अर बठै का सगळा मिनख बिनै डोलता-फिरता अर परमेसर को गुणगान गाता देखर
जणा पंच बानै सूल चेतार छोड दिआ, अर बानै सजा देबा को गेलो कोनी लाध्यो, क्युं क जोक्यु होयो हो बिकी बजेऊँ लोग परमेसर को गुणगान गार्या हा।
“आपा आकै सागै काँई कर सकां हां। क्युं क यरूसलेम का सगळा जणा जाणै ह क आकै हाता नइ होबाळो चमत्कार होयो ह अर बिनै आपा अनदेख्यो कोनी कर सकां।
ओ चमत्कार देखर लुस्तरा का मिनख लिकोनिआ भासा म बोलबा लाग्या क , “मिनख रूप म खुद देवता आपणा कनै आया हीं।”
बो जद अंय्यां बोल्यो, जणा बा बोलबाळा की गुद्दि निची होगी। अर बठिनै भीड़ ही जखी बिका करेड़ा ताजूबभर्या कामानै देख-देखर राजी होरी ही।