अंय्यां को कोई परमेसर की खेबाळो होयो हो के जिनै थारा बाप-दादा कोनी सताया हो? बे बा परमेसर की खेबाळानै मार गेर्या जखा बि परमेसर का धरमी दास क आबा को समचार पेल्याई दिआ करता हा। अर ठिक बंय्यांई थे बी बिनै धोकाऊँ पकड़ाबाळा अर मारबाळा होया।
अर बो एक आदेस ओर काड्यो क बरअबानै छोड दिओ जावै जिनै मिनख छोडबा की माँग करर्या हा जखो सरकार क खिलाप बगावत अर हत्या का जुरम म जेळ म पड़्यो हो अर ईसुनै बाका हाता म सूप दिओ जिऊँ बे बिकै सागै बा कर सकै जखो बे चावै हा।
“म्हें थानै ठोक बजार आदेस दिन्यो हो क, बि मिनख का नाम की सीख मना दिज्यो, पण थारै काना प तो जुंई कोनी रिंगी। अर थे सगळा यरूसलेमनै बिकी सीखऊँ भर दिओ, थे काँई चाओ हो? बिको लोय म्हारै माथा मंढबो चाओ हो के?”