11 पण सुबेदार पोलुस की बाता की परवा कर्या बिना झाज का मालिक अर कपतान की बात मानी।
बिस्वास करबा की बजेऊँई नूह बा बातानै जखी बि टेम का कोनी दिखरी ही। बानै परमेसर का डर क सागै चितावनी मानर आपका परवारनै बचाबा ताँई झाज बणायो हो, अंय्यां कर बो जगतनै दोसी गिण्यो अर बि धारमिक्ता को पाँतीवाळ होयो जखी बिस्वास करबाऊँ आवै ह।
बोळा दिना ताँई जद बे निरहार हा, जणा पोलुस बामै खड़्यो होर बोल्यो, “ज थे करेतऊँ नइ चालबा को मेरो खयो मान्यो होतो जणा आज इ बिनास अर इ हाणीऊँ बच ज्याता।
घड़ी भर मई, इकी सगळी जायजाद जाती री।’ “बे सगळा जखा पाणी का झाज का कपतान अर बानै चलाबाळा अर बापै सवार हा अर बे सगळा मिनख जखा समदरऊँ आपको पेट भरै ह, बे दूर खड़्या होगा।
अर पाणी म चालबाळा जाहाजनैई देखल्यो। बे चाए दिखबा म कत्ताई बडा क्युं नइ हो अर बानै जोरकी भाळऊँ चलायो जावै ह, पण इकै वावजुद बी एक छोटीसी पतवारऊँ बानै चलाबाळा की इंछ्या गेल मोड़्यो अर जठै चाए बठै लेज्यायो जावै ह।