पेल्या म मेरा मुंडाऊँ परमेसर की बुराई करबाळो, परमेसर का मिनखानै दिन घालबाळो अर एक अँधेर करबाळो मिनख हो। इकै पाछै बी मेर प दया होई। क्युं क म एक परमेसर म बिस्वास नइ करबाळा की जंय्यां अणभोळ म अ सगळा काम कर्यो हो।
पण पोलुस बाऊँ बोल्यो, “थे ओ काँई करो हो? आ ढंगा रो-रोर थे मेरो मन कचो करो हो, म तो परबु ईसु का नामऊँ यरूसलेम म खाली बंदि बणबा ताँई नइ पण मरबा ताँई बी त्यार हूँ।”
“म एक कलिकीया का तरसुस म जलमेड़ो एक यहूदि मिनख हूँ। अर मेरी लिखाई पढाई अठैई इ यरूसलेम नगरी म गमलिएल धरम-गरूजी क कनैई होई ह। अर आपणा बाप-दादा का नेम-कायदा मनै सई ढंगऊँ सीखाया गया हीं। अर जंय्यां थे परमेसरनै मानबा ताँई कट्टर हो बंय्यांई म बी हूँ।