4 जणा कनै खड़्या मिनख पोलुसऊँ बोल्या, “तेरी अत्ती हिमत क तू परमेसर का म्हायाजकनै बुरो-भलो खेवै।”
भागहाळा हो थे जखा मनै मानबा की बजेऊँ मिनख थानै सतावै ह, थारी बेजती करै अर झूठ बोलर हर बाता म थानै बुरा बतावीं हीं।
आ बात सुणर पोलुस बिनै बोल्यो, “ओ कपटी तू तो चुनाऊँ लिपेड़ी भीत ह, परमेसर तनै मारसी। तू मूसा का नेम-कायदा गेल मेरो न्याय करबा अठै बेठ्यो ह, पण तूई नेम-कायदा क खिलाप मनै मारबा ताँई ओडावै ह।”
जणा पोलुस बोल्यो, “यहूदि भाईड़ो, मनै कोनी बेरो हो की ओ म्हायाजक ह; क्युं क पबितर सास्तर म मंडेड़ो ह की तू मिनखा का परधाननै बुरो मना खेजे।”