5 आठवा दिन म्हें बठैऊँ रवानगी करी अर बे आपका टाबर-टिकरा समेत म्हानै नगरी क बारनै छोडर गया अर समदर क किनारा प पुगर म्हें गोडा टे'कर अरदास करी,
आ खेर बो आपका गोडा क पाण बेठगो अर सगळा क सागै अरदास करबा लागगो।
जणा पतरस बा सगळानै कोठा क बारनै भेज्यो अर आपका गोडा टे'कर अरदास करी अर बि लास कानि देखर बोल्यो, “तबिता उठ।” जणा बा आपकी आँख खोली अर पतरसनै देखर बेठी होगी।
अर बे घणा दुखी तो इ बात प हा क बो बाऊँ बोल्यो हो क मेरो मुंडो थे ओज्यु कोनी देखस्यो। जणा पाछै बे बिनै पाणी का झाज प बिठाबा आया।
जणा बिस्वासी मंडळी बानै थोड़ी घणी दूर छोडर गई अर बे फिनीके अर सामरीया क गेला, गैर-यहूदि कंय्यांसिक मन बदल्यो आ बात बिस्वासी भायानै बताता गया, जिनै सुणर सगळा बोळा राजी होया।
जणा बठै का बिस्वासी भाईड़ा पोलुस अर सीलासनै रात्यु-रातई बठैऊँ बिरीया भेज दिआ अर बे बठै पुगर सिदा यहूदिआ क अरदास करबाळी झघा गया।
ईसु कनै एक कोढी आयो अर बो ईसुऊँ हात जो'ड़र अरदास करबा लाग्यो अर बोल्यो, “ज थे चाओ तो मेरो कोढ धो सको हो।”
बठै लूगाया अर टाबरानै छोडर खाबाळा म मोट्यार-मोट्यार की गिणती पाच झार ही।
जत्ती दूर भाठो बगायो जा सकै ह बो बेत्ती दूर बाऊँ न्यारो जार गोडा क पाण बेठर अरदास करबा लागगो,