सपता का पेला दिन दितबारनै, म्हें एक सागै परबु की याद म रोटी खाबा ताँई भेळा होया। पोलुस जखो दुसरा दिन बठैऊँ जाबाळो हो बो बाऊँ बाता करी अर आदी रात ताँई बो बाऊँ बतळातो रिह्यो।
जंय्यां एक हेली निम प चिणी जावै ह, बंय्यांई थे परमेसर का भेजेड़ा चेला अर बिकी खेबाळा मिनखा की सीख की निम प सेलाणी हो। जिकै कूणा का सिरा को भाठो खुद मसी ईसुई ह।