21 अर जखा बी परबु को नाम लेवै ह, बानै बचायो ज्यासी।’
इब देर क्याकी? खड़्यो हो बतिस्मो ले अर बिका नामऊँ अरदास कर जिऊँ परमेसर तेरा पाप धो दे।’
जणा आओ, आपा हिमत बां'दर परमेसर की दया का सिंघासन कानि चालां, जिऊँ आपणानै दया अर किरपा मिलै अर जुर्त की टेम प आपणी मदद हो सकै।
कुरन्थी नगरी म परमेसर की बिस्वासी मंडळी का मिनखा अर बा सगळा क नाम मांडूँ हूँ, जखा परमेसर का मिनख होबा ताँई बुलाया गया हीं, जखा मसी ईसु क जरिए परमेसरऊँ जुड़ेड़ा हीं। अर बे सगळा जखा हर कठै रेह्र म्हारा अर आपणा सगळा का परबु ईसु मसी, को गुणगान करीं हीं।
इ ताँई थे जाओ अर धरती का सगळा कूणबा का मिनखानै मेरा चेला बणाओ अर परम-पिता, बेटा अर पबितर आत्मा क नाम म बतिस्मो द्यो।
पण परबु बिनै बोल्यो, “तू तो जा! क्युं क म इनै गैर-यहूदि, राजा-म्हराजा अर इजरायली मिनखा म मेरो नाम फेलाबा ताँई मेरो दास कर टाळ्यो हूँ।
जणा परबु बिऊँ बोल्यो, “खड़्यो होर सिदी नाम की गळी क मांयनै यहूदा क घरा जार तरसुस का रेह्बाळा साऊल नाम का एक मिनख क बारां म बुज। देख, बो इब अरदास करर्यो ह अर
सूरज काळो अर चाँद लोय की जंय्यां लाल होज्यासी।