12 अर अठै ताँई जद लोग बिकी काया क अड़ेड़ा रूमाल अर गमछो रोगला प गेरता जणा बे निरोगा होज्याता अर ओपरी बलाय भाग जाया करती ही।
भेजेड़ा चेला जोक्यु कर्या हा बिको नतिजो ओ होयो क लोग रोगलानै सड़का प खाट अर बिछावणा बिछार बापै सुवा देता क्युं क जद पतरस बठिकी जावै जणा बिकी छाया बापै पड़ सकै।
मेर प बिस्वास करबाळा म अ सेलाणी होसी क बे मेरा नामऊँ ओपरी बलायानै भगासी अर बे नई-नई भासा बोलसी।
सगळा सिरीया देस म बिकी चरचा फेलगी अर लोग सगळा रोगलानै जखा भात-भात का रोगाऊँ रोगला हा, जखा पिड़ा म पड़्या हा, फेंट होईड़ा, जामै दोरा आता हा अर हवा भेयड़ा मिनखानै बिकन ल्याया अर बो बा सगळानै निरोगो कर दिओ।