अर जद अपुलोस अखाया परदेस जाबा की मन म करी जणा बठै का भाईड़ा बिकी मदद करी अर बिकै हात चेलानै एक कागद भेज्यो क बे बिकी आवभगत करै। अर बो बठै जार बा मिनखा की मदद करी जखा परमेसर की दयाऊँ बिस्वास म आया हा।
आ चिठी परमेसर की इंछ्याऊँ म, मसी ईसु को भेजेड़ो चेलो पोलुस अर आपणो बिस्वासी भाई तिमूतियूस परमेसर की कुरन्थी नगरी की बिस्वासी मंडळी का मिनखानै अर अखाया का सगळा परमेसर का मिनखानै मांडां हां।
म बोळीबर लामो-लामो सफर कर्यो, कई बर तो म उफणती नद्या को तो कदै डाकूआ का खतरा को सामनो कर्यो। खुदका मिनखाऊँ खतरा को सामनो कर्यो अर गैर-यहूदि मिनखाऊँ बी खतरा को सामनो कर्यो। नगर्या म, उजाड़ म, अर समदर म मनै तो खतरोई मिल्यो। अर बा मिनखाऊँ बी जखा खुदनै बिस्वासी बतावीं हीं बाऊँ बी मनै तो खतरोई मिल्यो।