भेजेड़ा चेला का काम 11:5 - जीवन को च्यानणो (सेकावाटी नया नियम की पोथ्या)5 “म जद याफा नगरी म अरदास करर्यो हो जणा मनै दरसाव होयो अर म काँई देख्यो की आसमानऊँ च्यारू कूणाऊँ लटकायड़ी एक बडीसारकी चादर की जंय्यां कोई चिज आसमानऊँ उतर मेर कनै आई। Gade chapit la |