12 अर पबितर आत्मा मनै बाकै सागै बिना झिजक क जाबा ताँई बोल्यो, अर अ छ बिस्वासी भाईड़ा बी मेरै सागै होलिआ, अर म्हें बि मिनख क घरा गया।
जणा पबितर आत्मा फलिपूसऊँ बोल्यो, “इ रथ क सागै होले।”
सगळा बिस्वास्या ताँई ईसु मसी प बिस्वास करबा क जरिए बिना कोई भेद कर्या परमेसर कानिऊँ मिलबाळी धारमिक्ता परगट करी गई ह।
ज थे कोईऊँ अंय्यां सुणो क परबु क ओज्यु आबा को दिन आग्यो ह जणा थे उकचुक मना होज्यो, नइ दरमई घबराज्यो। नइ कोई आत्माऊँ, नइ बोलऊँ नइ कोई लिखावटऊँ जखी म्हारी सी क्युना लागै जणा बी बिको बिस्वास मना करज्यो।
जणा बो बानै मांयनै बुलार बाकी आवभगत करी। दुसरा दिन बो उठर बाकै सागै गयो अर क्युंक याफा का भाईड़ा बी बिकै सागै होलिआ।
अर बिस्वासऊँ बाका हियानै धोर आपणा म अर बामै कोई भेद-भाव कोनी कर्यो।
पतरस क सागै आएड़ा सुन्नत होयड़ा यहूदि बिस्वासी आ देखर ऊक-चूक होगा की पबितर आत्मा को बरदान जखा गैर-यहूदि हीं बानै बी दिओ जार्यो ह।
पण जद सच की आत्मा आसी जणा बा, थारी सगळी सची बाता को गेलो दिखासी। बा थानै अगाऊ होबाळी बाता क बारां म बतासी। बा खुद क्युंई कोनी खेसी पण जोक्यु बा सुणै बाई खेसी।
युसूफ बा बाता क बारां म सोचर्योई हो क परबु को ईस्बर नगरी दुत युसूफ क सपना म आर बोल्यो, “युसूफ! दाऊद का बेटा, तू मरीयमनै ब्यार ल्याबा म मना डर, क्युं क जखो बिकै पेट म ह बो मिनखऊँ कोनी पण पबितर आत्मा की सक्तिऊँ ह।
पबितर आत्मा अर बनड़ी खेवै ह, “आ!” अर जखो इनै सुणै ह बो बी बोलै ह, “आ!” अर जखो तिसायो ह बो अर जखोबी चावै बो इ जीवन का पाणी का फळनै सितमित म लेले।
बोळी देर खिचा-ताणी होबा क पाछै पतरस बामैऊँ खड़्यो होर बोल्यो, “मेरा लाडला बिस्वास्यो, जंय्यां की थे जाणोई हो क थार मऊँ परमेसर मनै टाळ्यो क गैर-यहूदि मेरै मुंडाऊँ परमेसर का चोखा समचारनै सुणर बिपै बिस्वास करै।
पबितर आत्मा क कह्या गेल बरनाबास अर साऊल सिलूकीया गया जठैऊँ झाज म बेठर साईपरस नाम का टापू प पुग्या।
जद बे बरत क सागै परमेसर की भगती करर्या हा बि टेमई पबितर आत्मा बाऊँ बोली, “मेर ताँई बरनाबास अर साऊलनै बि काम ताँई नाकै टाळो जि काम ताँई बानै बुलायो गयो ह।”
जणा पाछै बा दिना म पतरस बा बिस्वासी भाई-भाणा म खड़्यो होर बोल्यो जखा गिणत-माणत का एक सो बिस हा,
बो म्हानै बतायो की बो एक ईस्बर नगरी दुतनै आपकै घरा खड़्यो देख्यो जखो बिऊँ बोल्यो क, ‘याफा म मिनख भेजर समोन जिनै पतरस बी बोलीं हीं बुला ले।
अर जद रोम का बिस्वासी भाई म्हारै बारां म सुण्या जणा बे म्हारूँ मिलबा ताँई अपियुस का बजार अर तीन सराया ताँई आया। बानै देखर पोलुस परमेसर को धनेवाद दिओ अर इऊँ बिनै बोळी हिमत मिली।