8 अर बानै सक्यु बतार याफा भेज्यो।
क बे आपका बेटानै मेर प परगट करै, जिऊँ म गैर-यहूदि मिनखानै ईसु मसी का चोखा समचार सुणाऊँ, बि टेम म कोईकिई राय कोनी ली,
जणा म्हराज अगरीपा, म बि दरसावनै कोनी टाळ्यो जखो मेर कनै ईस्बर नगरीऊँ आयो हो।
जणा म हात की हात तेरै कनै मिनख भेज्या, अर तू बी ठिक कर्यो जखो आकै सागै आगो। अर इब म्हें परमेसर क आगै इ ताँई भेळा होर्या की जोक्यु तनै परबु ओडायो ह बे सगळी बाता तेरूँ सुण सकां।”
बठै याफा नगरी म तबिता नाम की एक बिस्वासी रिह्या करती ही जिनै यूनानी भासा म दोरकास खेवै ह जिको मतबल हिरणी होवै। बा बोळा चोखा-चोखा काम कर्या करती अर गरीबानै दान दिआ करती ही।
याफा नगरी लुद्दा नगरी क सारैई ही, चेला आ सुण क पतरस लुद्दा नगरी म आयड़ो ह बिकन दो मिनखानै भेज्या क बे बिऊँ अरदास करै क, “बिना देर कर्या दया कर म्हारै कनै आज्या।”
आ बात सगळा याफा नगरी म फेलगी अर बोळाजणा परबु का नाम प बिस्वास कर्या।
अर पतरस याफा नगरी म चमड़ा को धंधो करबाळा समोन नाम का एक मिनख क घरा बोळा दिना ताँई रिह्यो।
परमेसर का ईस्बर नगरी दुत क जाबा क पाछै बो आपका दो नोकरानै अर एक सिपाईनै जखो एक भगत हो अर बिको खास सेवक हो बिनै बुलवायो।
पतरस बि दरसाव क बारां म सोचई रिह्यो हो क ओ काँई होबो चाए अत्ता मई कुरनेलियुस का भेजेड़ा मिनख समोन का घर को ठिडो बुजता बिका बारना पई आर खड़्या होगा।