41 सगळा प नइ पण बा गुवा प जानै परमेसर पेल्याऊँ टाळ राख्या हा, अर जखा बिकै ओज्यु जीबा क पाछै बिकै सागै खाया अर पीआ हा।
दुसरो यहूदा, जखो यहूदा इस्करोती कोनी हो बो बोल्यो, “परबु ओ कंय्यां हो सकै ह क, थे म्हानै दिखस्यो पण इ दुनिया का मिनखानै कोनी दिखो?”
जणा ईसु खड़्या होया अर रोट्या लेर बानै परूसी अर अंय्यांई मछ्या बी।
बा पबितर आत्मा ह, जखी परमेसर की सचाई थार प परगट करसी। बा इ दुनियानै कोनी मिल सकै, क्युंक आ दुनिया बिनै नइ तो देख सकै अर नइ जाण सकै, पण थे बिनै जाणस्यो, क्युंक बा थारै सागै थारै मांयनै रेह्सी।
म्हें बा सगळा कामा का गुवा हा जखा बो यहूदिआ अर यरूसलेम म कर्यो हो अर बिनैई बे सुळी प लटकार मार गेर्यो।
अर बो बानै जखा बिकै सागै गलिलऊँ यरूसलेम आया हा, बोळा दिना ताँई दिखतो रिह्यो अर इब बेई मिनखा क सामै बिका गुवा हीं।
थे मनै कोनी टाळ्या पण म थानै टाळ्यो हूँ, अर थानै बोळा सारका फळ ल्याबा को काम सूप्यो हूँ। अंय्यां का फळ फळो जखा सदाई बण्या रेह्वै, अर इ बजेऊँ परम-पिता बो सक्यु देसी, जोक्यु बी थे मेरा नामऊँ बिऊँ माँगस्यो।
अर जद रोटी खाबा बो बाकै सागै चोकी प बेठ्यो जणा रोटी उठार परमेसर को धनेवाद कर्यो अर रोटी तोड़र बानै दिनी।
थे आ बाता का गुवा हो।
क्युंक टेम पाछै आ सरस्टि मनै कोनी देखसी, पण थे मनै देखस्यो। क्युं क म जीऊँ हूँ, अर थे बी जिस्यो।
थे बी मेरी गुवाई देस्यो, क्युं क थे सरूआतऊँई मेरै सागै हो।
एक खास मोका प जद बे बिकै सागै जिमर्या हा जणा ईसु बानै हुकम दिओ, “थे यरूसलेम क बारनै पग मना धरज्यो, पण जि बरदान क बारां म थे मेरा मुंडाऊँ सुण्या हो बिकी बाट जोता रेहज्यो क्युं क बि बात को करार परम-पिता कर्यो ह।