21 आ सुणर पतरस तळै आगो अर बाऊँ बोल्यो, “जिनै थे ढुंढो हो बो मई हूँ बोलो थारै आबा क पिछै काँई बात ह?”
जणाई तो थे जद मनै बुलाया जणा म बिना क्युं बोल्याई आगो। इब थे मनै बताओ, मनै क्याले बुलवाया हो?”
ईसु बिनै बोल्यो, “तू के चावै ह क म तेरै ताँई करूं?” बो आँदो मिनख बोल्यो, “ओ गरूजी म देखबो चाऊँ हूँ।”
जणा इब तू खड़्यो होर तळै जा अर बिना झिजकै बाकै सागै होले क्युं क बानै मई भेज्यो हूँ।”
जणा बे बिऊँ बोल्या, “म्हारी पलटण को सुबेदार कुरनेलियुस जखो धरमी अर परमेसरऊँ डरबाळो मिनख ह, सगळा यहूदि मिनखा म जिकी बूज ह बो एक परमेसर का पबितर ईस्बर नगरी दुतनै दरसाव म देख्यो अर बो दुत बिनै बोल्यो ह की बो तनै बुलार तेरूँ परमेसर को बचन सुणै।”