जणा अरदास घर को अधिकारी आपका सगळा परवार सेत्युं परबु म बिस्वास कर्यो अर बाकै सागै बोळा कुरन्थी म रेह्बाळा पोलुस की बाता सुणर बिस्वास कर्या अर बतिस्मो लिओ।
बठै याफा नगरी म तबिता नाम की एक बिस्वासी रिह्या करती ही जिनै यूनानी भासा म दोरकास खेवै ह जिको मतबल हिरणी होवै। बा बोळा चोखा-चोखा काम कर्या करती अर गरीबानै दान दिआ करती ही।
जणा अंय्यां सगळा यहूदिआ, गलिल, अर सामरीया की बिस्वासी मंडळ्यानै स्यांती मिली। अर बिस्वास्या की बिस्वासी मंडळी मजबूत होती गई अर परमेसर का गुणगान करती गई। अर पबितर आत्मा का हियावऊँ गिणती म बढती गई अर परमेसर का डर म रेह्ती।
जणा परबु बिऊँ बोल्यो, “खड़्यो होर सिदी नाम की गळी क मांयनै यहूदा क घरा जार तरसुस का रेह्बाळा साऊल नाम का एक मिनख क बारां म बुज। देख, बो इब अरदास करर्यो ह अर