19 पतरस हाल बि दरसाव क बारां म बिचार करर्योई हो क पबितर आत्मा बिनै बोली , “देख बारनै तीन मिनख तनै ढुंढीं हीं।
जणा पबितर आत्मा फलिपूसऊँ बोल्यो, “इ रथ क सागै होले।”
अर बठै क्युंक बिस्वास्यानै देखर म्हें बाकै सागै सात दिना ताँई रिह्या अर पबितर आत्मा क बताया गेल बे पोलुसऊँ बोलता हा की यरूसलेम म जाबा को बिचार छोड दे।
जद बे बरत क सागै परमेसर की भगती करर्या हा बि टेमई पबितर आत्मा बाऊँ बोली, “मेर ताँई बरनाबास अर साऊलनै बि काम ताँई नाकै टाळो जि काम ताँई बानै बुलायो गयो ह।”
अर पबितर आत्मा मनै बाकै सागै बिना झिजक क जाबा ताँई बोल्यो, अर अ छ बिस्वासी भाईड़ा बी मेरै सागै होलिआ, अर म्हें बि मिनख क घरा गया।
पबितर आत्मा साप-साप बोलै ह क, क्युंक टेम क पाछै क्युंक मिनख बिस्वास करबो छोड देसी, बे ओपरी बलाया की सीखनै मानसी अर भंगराबाळी आत्मा क कह्या म चालसी।
पण अ सगळा काम एक पबितर आत्मा करै ह अर बो जिनै चावै बिनै अ बरदान बाट देवै ह।
पण जद सच की आत्मा आसी जणा बा, थारी सगळी सची बाता को गेलो दिखासी। बा थानै अगाऊ होबाळी बाता क बारां म बतासी। बा खुद क्युंई कोनी खेसी पण जोक्यु बा सुणै बाई खेसी।
जणा एक दिन बिनै दिन का तीन बजै दरसाव होयो क परमेसर को एक ईस्बर नगरी दुत बिकन आर बिऊँ बोल्यो, “ओ कुरनेलियुस!”
अर हेलो देर कह्या, “समोन जिनै पतरस बोलीं हीं बो अठैई ह के?”
बोळी देर खिचा-ताणी होबा क पाछै पतरस बामैऊँ खड़्यो होर बोल्यो, “मेरा लाडला बिस्वास्यो, जंय्यां की थे जाणोई हो क थार मऊँ परमेसर मनै टाळ्यो क गैर-यहूदि मेरै मुंडाऊँ परमेसर का चोखा समचारनै सुणर बिपै बिस्वास करै।