1 प्यारा थियूफिलूस, म मेरी पेलड़ी पोथी म बे सगळी बाता मांडी, जानै ईसु बि दिनऊँ करतो अर बानै सीखातो आयो जि दिनऊँ बो आपको सेवा को काम चालू कर
इ बजेऊँ मनै लाग्यो क म बी थारै ताँई आ सगळी बातानै सूल मांडू। क्युं क म आ सगळी बातानै सरूआतऊँ सूल परखेड़ो हूँ।
जणा ईसु बोल्यो, “अंय्यां को काँई होगो?” जणा बे बिनै बताबा लाग्या क, “अ बाता ईसु नासरी क बारां म ह जखो सगळा मिनखा अर परमेसर की नजर्या म खेबा अर करबा म सक्तिसाली अर परमेसर की खेबाळो हो।
ईसु करीब तीस बरस को होयो हो जणा बो बचन की सीख देबो चालू कर्यो। ईसु मिनखा की नजर्या म युसूफ को बेटो हो अर युसूफ एली को छोरो हो,
आँदा ओज्यु देखीं हीं, लंगड़ा चालीं हीं, कोढ्या को कोढ धोयो जार्यो ह। बैरा सुणर्या हीं, मुरदानै जीवायो जार्यो ह अर गरीबा म चोखा समचार को परचार कर्यो जार्यो ह।
“इजरायल का रेह्बाळो, ईसु नासरी क बारां म आ बचनानै सुणो। परमेसर ईसु क हाता सेलाणी-चमत्कार अर अचरजभर्या काम कर आ साबित कर्यो क बो परमेसर कानिऊँ थारै ताँई भेजेड़ो मिनख हो। जंय्यां की थे सगळा जाणो हो।
क्युंक दिना पाछै बिकी घरहाळी ही जखी आसऊँ होई। अर पाच म्हेना ताँई घराऊँ बारनैई कोनी निकळी।
दास पाछो आर बिऊँ बोल्यो, ‘मालिक जखो ओडायो हो बो म कर दिओ पण इब बी बोळी झघा बचगी।’