म तनै परमेसर, मसी ईसु अर टाळेड़ा ईस्बर नगरी दुता की मोजूदगी म बोलुँ हूँ क, बिना कोईकी भीड़ लिये तू आ आदेसानै मानजै अर ख्यामई कोईकै सागैई भेद-भाव मना करजे।
म्हारा काना म आ बात आई ह क म्हारै मऊँ क्युंक मिनख बठै थारै कनै आर थानै आपकी बाताऊँ घबरा दिआ अर भंगरा दिन्या। पण अंय्यां करबा ताँई म्हें तो बानै ओडायो कोनी जणाई तो