18 परमेसर बिपै मसी क ओज्यु आबाळा दिन दया करै! अर तू बी सूल जाणै ह क बो इफिसुस म मेर ताँई काँई-काँई कर्यो।
परमेसर अन्याय करबाळो कोनी। क्युं क थारा कामानै अर परमेसर का मिनखा की मदद कर जखो परेम थे बिका नामऊँ दिखाया अर दिखार्या हो बिनै परमेसर कदैई कोनी भूलै।
अर इ बजेऊँई म अ सगळा दुख उठाऊँ हूँ। पण म इ ताँई सरमिंदा कोनी, क्युं क म जाणू हूँ क, मेरो बिस्वास किमै ह, अर म इ बात ताँई पक्को हूँ क, जोक्यु बो मनै सूप्यो ह बिनै मसी क ओज्यु आबाळा दिन ताँई बचाबा को बळबूतो राखै ह।
परबु उनेसिफुरूस क कूणबा प दया करै, क्युं क बो बोळीबर मनै सारो दिओ ह अर मेरै केद होबा की बजेऊँ बी सरमिंदा कोनी होयो।
जंय्यां क म मकीदुनिया जाती टेम तनै इफिसुस म रेह्बा ताँई बोल्यो हो, जिऊँ तू क्युंक मिनखानै आदेस दे क, बे झूठी सीख नइ देवै,
“इफिसुस की बिस्वासी मंडळी का मुखियानै मांड। अ बात बिकै कानिऊँ ह जखो सात्यु तारा आपका दाया हात म ले राख्या ह, अर सोना का सात्यु दिपदाना क बिचमै फिरै ह।
थे बचाया जार्या हो, इ बात को हेलो परमेसर की खेबाळा बोळी पेल्या पाड़्या हा। अर बे इ बात की खूब जाच पड़ताळ करी क, परमेसर थानै कंय्यां बचासी।
तुखीकुसनै म इफिसुस भेज्यो हूँ।
थेई बताओ, आपणा परबु ईसु क सामै बिका आबा की टेम म्हारै ताँई म्हारी आस, खुसी अर बडाई को मुकट कूण होसी? बे थेई कोनी होस्यो के?
पण परमेसर की दया अपरम्पार, अर आपणा ताँई बिको प्यार-परेम बोळो बडो ह।
परमेसर का मिनखा ताँई जोक्यु दान देबा क बारां म थे सोच्या हो बिकै बारां म मनै ओर बेत्ती मांडबा की जुर्त कोनी।
पण पेन्तिकूस का त्युंहार ताँई तो म इफिसुस मई रेहस्युं,
अपुलोस जद कुरन्थी म हो जणा पोलुस एसिया का मांयला परदेसा को दोरो कर इफिसुस पुग्यो। जठै बिनै क्युंक चेला मिल्या
अर हेरोद का मुनिम खुजा की लूगाई योअन्ना, अर सुसन्ना ओर बी बोळी ही। अ सगळी लूगाया आपका बळबूता पई ईसु अर बिका चेला की मदद करती।
अर आपणा परमेसर की बडी दयाऊँ आपणा प छुटकारो देबाळो एक उगता सूरज का च्यानणा की जंय्यां ईस्बर नगरीऊँ चिलकसी।
बे आपका पबितर करारनै ध्यान म राख्यो ह क बो आपणा बडका प दया करसी।
अर इफिसुस पुगर परसकीला अर अकविलानै बठैई छोडर खुद अरदास घर जार यहूदि मिनखाऊँ चरचा करबा लाग्यो।
अर बो बाऊँ बिदा होर बोल्यो, “परमेसर चायो तो आपा ओज्यु मिलस्यां।” आ खेर बो इफिसुस छोडर पाणी का झाजऊँ कैसरिया गयो अर बठैऊँ यरूसलेम जार बठै की बिस्वासी मंडळीऊँ नमस्कार कर अंताकीया गयो।
परबु ईसु मसी थानै आखीर ताँई मजबूत बणायो राखसी, जिऊँ थे आपणा परबु ईसु मसी क ओज्यु आबा का दिन म न्यायऊँ बच ज्याओ।
जणा हरेक का काम सामै आसी, क्युं क न्यायहाळो दिन आगऊँ आनै चोड़ा म ल्यासी। अर बे कंय्यांको काम कर्या ही इकी परख आगऊँ होसी।
अर जद बो रोम नगरी आयो जणा बो मनै जद ताँई टोतो रिह्यो जद ताँई म बिनै कोनी लाध्यो।
अर इब ईस्बर नगरी म जीत को इनाम मनै उडिकर्यो ह, जिनै धरमी न्यायी परबु आखरी दिन मनै देसी। मनै एकलानैई नइ पण बा सगळानै बी जखा परेम क सागै बिकै परगट होबानै उडिकीं हीं।