9 अंय्यां करबा क पिछै आ बात कोनी ही क थारै कनैऊँ म्हानै खाबा को हक कोनी हो; पण म्हें चावां हां क थे म्हानै देखर सीखो अर म्हारी जंय्यां जीओ।
थे खुद जाणो हो क थे म्हारी मिसाल प कंय्यां चाल सको हो, क्युं क जद म्हें थारै सागै हा जणा कमारई खाता हा,
अर म्हें आ कोनी चावां क मिनख म्हारो मान करै अर नइ म्हें थारूँ अर दुसराऊँ आदरमान चायो। जदकी म्हें मसी का भेजेड़ा चेला होबा क नातै थारै प हक जमा सका हा।
जखा बचन की सीख सीखै ह, बिनै चाए क जखी चोखी चिजा बिकन ह, बो बानै आपका सीखाबाळा क सागै बांटै।
क्युं क परमेसर थानै भलो करबा ताँई बुलायो ह, चाए पाछै थे भलो करबा ताँई दुखई क्युं नइ उठाओ जंय्यां क मसी थारै ताँई उठाया हा। अंय्यां करबा बेई मसी थारै ताँई नमूनो ह। जणा थानै बी बिकी लीक प चालबो चाए। सास्तर म मंडर्यो ह,
म अंय्यां कर थारै सामै एक मिसाल दिनी ह। जिऊँ थे बी बंय्यांई करो जंय्यां म थारै सागै कर्यो हूँ।
अर नइ गेला ताँई झोळो नइ कुर्तो, नइ चपल नइ हात म लाठी लिज्यो, क्युं क ध्यानग्यानै रोट्या को तो हक होवैई ह।
इ ताँई म थारूँ अरदास करूं हूँ क थे मेरी सी चाल चालो।
अर जखी बिस्वासी मंडळी थारी देखरेख म ह बिपै जोर मना जमायो। पण बा ताँई सीख बणो।