पण मेरो अंय्यां मांडबा को ओ मतबल ह क थे अंय्यां का मिनखाऊँ नातो मना राखज्यो जखा देख दिखाई का बिस्वासी भाई बणी हीं पण बे कुकरमी, लालची, मूरतीपुजबाळा, गाळीगळोच करबाळा, पियाचरी करबाळा अर ठग हीं। अंय्यां का मिनखा क सागै उठा-बेठी मना राखज्यो।
अर ज बो बाकी बात बी कोनी मानै जणा बिस्वासी मंडळी का मिनखानै बिकै बारां म बता। अर बो ज बिस्वासी मंडळी का मिनखा की बात बी कोनी मानै तो थे बिकै सागै बंय्यां को बरताव करो जंय्यां की चुंगी लेबाळा अर परमेसरनै नइ ध्यारबाळा क सागै कर्यो जावै ह।