13 ओ मेरा लाडला बिस्वास्यो, थे भला काम करबा ताँई कदैई हिमत मना हारज्यो।
इ ताँई बिपै ध्यान द्यो, क्युं क बो पाप्याऊँ अंय्यां का विरोध सेलिआ जिऊँ क थे नइ थको अर नइ हार मानो।
म्हारै प परमेसर की दया होई जिऊँ म्हानै आ सेवा मिली ह, जणा म्हें हिमत कोनी हारां।
इ ताँई कदैई हिमत मना हारो, चाए आपणी बारली काया कमजोर होती जारी ह, पण आपणो मांयलो नित नयो होतो जार्यो ह।
तू थ्यावस राखै ह, अर मेरा नाम की बजेऊँ दुख भोगतो भोगतो बी थक्यो कोनी।
थे बि हिमत बंधाबाळा बचननै भूल बेठ्या हो, जखो थानै बेटो जाणर दिओ गयो हो: “ओ बेटा, परबु की सीखनै हळकी बात मना जाण, अर बिकी दकालऊँ कदैई निरास मना होजे।
मेरा लाडला बिस्वास्यो, म्हें थारूँ ईसु मसी का नामऊँ आ अरदास करां अर थानै समजावां हां क जंय्यां थे म्हारूँ परमेसरनै राजी करबाळो जीवन जिबो सीख्यो, अर बंय्यांई जीओ बी हो। जणा म्हें चावां हां क, थे बिमै ओर बी बेत्ती बढता जाओ।
जणा ईसु चेलानै आ बताबा ताँई की बे रोजकी अरदास करता रेह्वै। अर हिमत नइ छोडीं एक मिसाल दिनी:
थारो प्यार-परेम सचा ज्ञान अर सई समज क सागै बोळो-बोळो बढतो जावै इ ताँई म अरदास करूं हूँ।
बे मिनख जखा थ्यावसऊँ भला कामा म लागर मेमा, मान-समान अर अजर-अमर जीवननै टोवीं हीं बानै परमेसर अजर-अमर को जीवन देसी।
सक्यु परमेसर का बेटा क अधिकार तळै कर्या जाबा क पाछै, बो खुदनै पूरी-तर्या परमेसर क अधिकार क तळै कर देसी, परमेसर जखो बिनै ओ अधिकार दिओ ह। जणा पाछै परमेसर सगळी चिजा प पूरी-तर्या राज करसी।
पण बिनै बेरी मना जाणज्यो, पण सागे भाई-भाण जा'णर चेताओ।