15 इ ताँई मेरा लाडला बिस्वास्यो, बिस्वास म मजबूत रेह्ओ अर जखी सीख म्हें थानै बोलर नहिस चिठी म मांडर दिनी ह बापै चालता रेह्ओ।
म थारी बडाई करूं हूँ क्युं क म कंय्यांसिक जिऊँ हूँ बिनै थे ध्यान म राखो हो अर मेरी सीख प चालो हो।
मेरा लाडला बिस्वास्यो, म्हें थानै परबु ईसु मसी म ओ आदेस देवां हां क, हरेक अंय्यां का बिस्वासी भाईड़ाऊँ नाकैई रेह्ज्यो जखो कामऊँ जी चुरावै ह। अर जखी सीख म्हें बिनै दिनी ह बिकै गेल कोनी चालै।
ज थे कोईऊँ अंय्यां सुणो क परबु क ओज्यु आबा को दिन आग्यो ह जणा थे उकचुक मना होज्यो, नइ दरमई घबराज्यो। नइ कोई आत्माऊँ, नइ बोलऊँ नइ कोई लिखावटऊँ जखी म्हारी सी क्युना लागै जणा बी बिको बिस्वास मना करज्यो।
चेता म रेहज्यो अर मजबूती क सागै बिस्वास म बण्या रेहज्यो। थे हिमत राखबाळा अर ठाडा बणो।
मेरा लाडला बिस्वास्यो, अर मेरा काळज्या का टुकड़ो थारै ताँई म तरसू हूँ। थे मनै राजी करो हो अर मनै थार प गुमान ह। मेरा लाडलो, थारो जीवन परबु म अंय्यांई मजबूत बण्यो रेह्णो चाए।
इ ताँई मेरा लाडला बिस्वास्यो, बिस्वास म मजबूत बण्या रेह्ओ अर जमाई संका मना करो। अर परबु का काम म खुदनै लगाया राखो। क्युं क थे जाणो हो क परबु ताँई करेड़ो काम बेकार कोनी जावै।
मेरा लाडला बिस्वास्यो, म थारूँ खेऊँ हूँ क, थानै जखी सीख मिली, बिकै खिलाप थारै म फूट गेरबाळा अर दुसरा का बिस्वासनै बिगाड़बाळाऊँ दूर रेह्ओ।
लाडलो म तो घणोई चातो हो क, थानै बि छुटकारा क बारां म मांडूँ, जिका आपा बराबर का पाँतीवाळ हां। अर मनै अंय्यां बी लाग्यो क, म थानै अ बाता मांडर बढाओ द्युँ जिऊँ थे बिस्वास म बढता रेह्ओ, ओ बो बिस्वास ह जखो परमेसर का मिनखानै दिओ गयो ह।
ज कोई म्हारी इ चिठी म मांडेड़ी बातानै कोनी मानै बापै निगा राखो अर बाका संगराऊँ दूरई रह्यो जिऊँ बाको सीर निचो होज्यावै।
बो बिस्वास जोगा परमेसर का समचार म मजबूती क सागै ठिक बंय्यांई बिस्वास करै जंय्यां क बिनै सीखायो गयो ह। जिऊँ क बो ओरानै बी सची सीखऊँ हिमत बंधा सकै। अर जखा सामै होवै बा मिनखा को मुंडो बंद कर बानै मनवा सकै क बे गळत हीं।