6 परमेसर बोई करसी जखो सई ह। जखा थानै दिन घालै ह, बानै बो बी दिन घालसी,
मेरो खेबा को मतबल ओ ह क, परमेसर हरेक को बराबर न्याय करसी बो कोईकिई हिमायती कोनी ले। अर हरेक पापीनै बिका बुरा कामा गेलई फळ मिलसी।
बे जोर-जोरऊँ हेलो पाड़र्या हा, “ओ पबितर अर सचा परबु, थे कद न्याय करस्यो? इ धरती का मिनखा को न्याय अर जखा म्हानै मार्या हा बानै कद सजा देस्यो?”
बाको न्याय सदाई सचो ह, क्युं क बे बि बेस्या को न्याय कर्या हीं, जखी धरती का मिनखानै कुकरम करवाती, अर बानै बिगाड़ती ही, अर बो बिऊँ आपका दासा का लोय को बदलो लिओ ह।”
हे ईस्बर नगरी, हे परमेसर का मिनखो, भेजेड़ा चेला अर परमेसर की खेबाळो राजी होओ, क्युं क परमेसर बिको न्याय कर थारो बदलो लिओ ह।”
ओ परबु, बस थेई पबितर हो! देस-देस का मिनख थारै कनै आसी अर थारी जे-जैकार करसी। सगळा थारूँ डरसी अर थारो मान करसी, क्युं क थारी धारमिक्ता परगट होई ह।”
देस-देस का मिनख झाळ्या म भर्या पड़्या हा। थे झाळ्या भर्या , पण इब थारो न्याय करबा को टेम आगो, जिऊँ मरेड़ा को न्याय कर्यो जावै। अर तेरा मिनखा को, थारी खेबाळा को अर बाको जखा थारा नाम को डर मान्या करता हा बदलो लिओ जावै। बानै फळ दिओ जावै अर जखा धरतीनै खराब कर्या हीं बाको नास कर्यो जावै।”
परमेसर की खेबाळा को, अर बिका मिनखा को अर बा सगळा मिनखा को जानै इ धरती प बलि चढायो गयो हो, बाको लोय इ नगरी क माथै ह।”
परमेसर अन्याय करबाळो कोनी। क्युं क थारा कामानै अर परमेसर का मिनखा की मदद कर जखो परेम थे बिका नामऊँ दिखाया अर दिखार्या हो बिनै परमेसर कदैई कोनी भूलै।