5 अ सगळी बाता परमेसर क सचा न्याय को साप सबूत ह। अ बाता थानै परमेसर का राज का जोगा बणावै, जि परमेसर का राज ताँई थे दुख बी भोगर्या हो।
थे थारा बेरीयाऊँ कंय्यांई कोनी डरो ओ बा ताँई इ बात को सबूत ह क बे हार ज्यासी अर थे जीत ज्यास्यो, क्युं क आ जे परमेसर थानै देवै ह।
अर चेलानै समजाता अर हिमत बंधाता हा क, “बिस्वास म बण्या रेह्ओ अर परमेसर का राज म बड़बा ताँई आपानै बोळा दुख भोगणा पड़सी।”
बाको न्याय सदाई सचो ह, क्युं क बे बि बेस्या को न्याय कर्या हीं, जखी धरती का मिनखानै कुकरम करवाती, अर बानै बिगाड़ती ही, अर बो बिऊँ आपका दासा का लोय को बदलो लिओ ह।”
पण बे मिनख जखा मरेड़ा मऊँ ओज्यु जी उठबा क जोगा हीं आबाळा जुग म बाकी ब्या सादि कोनी होसी।
ज आपा थ्यावस क सागै दुख भोगस्यां, जणा आपा बिकै सागै राज बी करस्यां। ज आपा बिऊँ मुंडो फेरां, जणा बो बी आपणाऊँ मुंडो फेरसी।
इ ताँई, म्हें थारै ताँई सदाई अरदास करां हां क, आपणो परमेसर थानै जुग-जुग का जीवन जोगो बणावै, जि ताँई थानै बो बुलायो ह। परमेसर थानै सक्तिऊँ भरै जिऊँ थे भलाई की हरेक इंछ्यानै अर बिस्वास का हरेक कामानै पूरा करो।
अर ज आपा बिकी ओलाद हां जणा परमेसर का वारिस अर मसी क सागै पाँतीवाळ बी हां, ज आपा बिकै सागै दुख म पाँतीवाळ हां जणा बिकै सागै मेमा म बी पाँतीवाळ हां।
बिकै पाछै म बेदीऊँ उवाज सुण्यो, “ओ परबु परमेसर थे सऊँ सक्तिसाली हो। थारो न्याय सचो अर सई ह।”
ओ परबु, बस थेई पबितर हो! देस-देस का मिनख थारै कनै आसी अर थारी जे-जैकार करसी। सगळा थारूँ डरसी अर थारो मान करसी, क्युं क थारी धारमिक्ता परगट होई ह।”
क्युंबी हो सरदिस, तेरै मांयनै क्युंक मिनख ह जखा खुदका गाबानै मेला कोनी होबा दिआ। बे धोळा गाबा पेर'र मेरै सागै-सागै डोला-फिरी करसी क्युं क बे इ जोगा हीं।
भाई-भाणो थारै सागै बी बाई होई जखी यहूदिआ दिसावर म परमेसर की बिस्वासी मंडळी क सागै होई ही, क्युं क बे बी थारी जंय्यां मसी ईसुनै मानता हा। अर थानै बी थारा मिनखाऊँ बंय्यांई दुख मिल्यो जंय्यां बानै यहूदि मिनखाऊँ मिल्यो।
परम-पितानै धनेवाद देता रह्यो, बो थानै इ जोगो बणायो ह क उजाळा का राज म जोक्यु परमेसर आपका मिनखा ताँई धर राख्यो ह बिमै थारी पाँती होवै।
इ ताँई म, जखो परबु की सेवा ताँई केदि हूँ थारूँ आ अरदास करूं हूँ क जखा हेलाऊँ थानै बुलायो गयो हो बिकै जोगीई चाल चालो,
पण थारा जीद्दि सुभाव अर पापऊँ मन नइ फेरबा की बजेऊँ थे थारै ताँई झाळ भेळी करर्या हो अर आ झाळ थार प बि दिन पड़सी जद परमेसर आपको सचो न्याय परगट करसी।
जणा पोलुस अर बरनाबास हिमत कर बोल्या, “ओ जरूरी हो क परमेसर को बचन सऊँ पेली थानै सुणायो जावै पण थे इनै थारूँ दूर कर्या अर खुदनै अजर-अमर जीवन को भागी कोनी मान्या जणा इब म्हें गैर-यहूदिआ क कनै जावां हां।
इ ताँई सदाई चेता म रेह्ओ अर सदाई अरदास करता रेह्ओ जिऊँ थे सगळी होबाळी बाताऊँ बच सको अर मिनख का बेटा क सामै खड़्या हो सको।”