21 आ मिनखा ताँई तो ओ चोखो होतो क अ इ धारमिक्ता का गेलानैई कोनी जाणता, अर जखो हुकम बानै दिओ गयो हो बिऊँ बे मुंडो फेर लेता।
अर जखो बी मिनख भलाई करबो जाणै ह पण कोनी करै जणा बो पाप करै ह।
बो दास जखो आपका मालिक की इंछ्या जा'णर बिका कह्या गेल कोनी रिह्यो बिपै जोरकी मार पड़सी।
ज म नइ आयो होतो अर बाका पाप क बारां म नइ बतायो होतो जणा बापै कोई बात को दोस कोनी लागतो पण इब बाकन इऊँ बचबा को क्युंई भानो कोनी।
क्युं क थे जाणो हो, जखी सीख म्हें थानै दि ह बा परबु ईसु क हुकमऊँ दिनी ह।
ईसु बाऊँ बोल्यो, “ज थे आँदा होता जणा पापी कोनी होता। पण बोलो हो क, ‘म्हानै सुजै ह’ जणाई तो थारो पाप बण्यो रेह्वै ह।”
अंय्यां म इ ताँई खेर्यो हूँ क्युं क यहून्ना बतिस्मो देबाळो थानै धारमिक्ता को गेलो दिखाबा ताँई आयो पण थे बिको बिस्वास कोनी कर्या। पण चुंगी लेबाळा अर बेस्या बिको बिस्वास कर्या। पण थे बानै देखर बी थारा हियानै कोनी बदल्या अर नइ बिपै बिस्वास कर्या।
जणाई नेम-कायदो पबितर ह, अर हुकम पबितर, चोखा अर धरमी ह।
अर थे एक दुसरानै दुख की घड़ी म सारो द्यो, अर ज थे अंय्यां करस्यो जणा मसी का नेम-कायदानै मानबाळा होस्यो।
आपणा परबु ईसु मसी क परगट होबाळा दिन ताँई अ आदेस मानबा म बेदाग रेह।
ज सच को ज्ञान होबा क पाछै बी जाणबूजर आपा पाप करता रेह्वां जणा पाप ताँई कोई बलिदान आथई कोनी।
जिऊँ थे बा बातानै जानै परमेसर की खेबाळा पेल्याई खे दिआ हा याद राख सको अर परबु, अर आपणानै छुटकारो देबाळा का हुकमनै याद राखो जखो थानै भेजेड़ा चेला की बजेऊँ दिओ हो।
लाडलो म तो घणोई चातो हो क, थानै बि छुटकारा क बारां म मांडूँ, जिका आपा बराबर का पाँतीवाळ हां। अर मनै अंय्यां बी लाग्यो क, म थानै अ बाता मांडर बढाओ द्युँ जिऊँ थे बिस्वास म बढता रेह्ओ, ओ बो बिस्वास ह जखो परमेसर का मिनखानै दिओ गयो ह।