20 ज अ मिनख परबु अर छुटकारो देबाळा ईसु मसी की बजेऊँ दुनिया की बुराईऊँ बचाया गया हा इकै वावजुद बी ज बे बुराई करीं हीं जणा आकी दसा पेलड़ी दसाऊँ बेसी बुरी होसी।
अर बे नरक म नास होबा जार्या हीं। क्युं क बाको पेटई बा ताँई परमेसर ह। जखी बाता प बे घमंड करीं हीं बा बाता प बानै सरम आणी चाए अर बे संसार की चिजा क बारां मई सोचीं हीं।
इ बजेऊँ बो आपणाऊँ बडा-बडा अर किमती करार कर्या हीं, जिऊँ आपणा म परमेसर को सुभाव आ सकै, जिऊँ आपा आपणी बुरी इंछ्या अर इ दुनिया की बुराईऊँ बच सकां।
क्युं क अ मिनख बा मिनखानै जखा पेल्या भटकेड़ा हा पण इबारई सई गेला प आया हीं, बाऊँ गुमान हाळी बाता कर बाकी बुरी इंछ्यानै जगावीं हीं। अर बानै गेलो भटकावै ह।
म चाऊँ हूँ क, परमेसर अर आपणा परबु ईसुनै जाणबा क जरिए स्यांती अर दया बेसीऊँ बेसी थार प होती रेह्वै।
एक सिपाई जद खुदका काम म लाग्यो रेह्वै ह जणा बो खुदऊँ उपला अधिकार्यानै खुदका कामाऊँ राजी राखबो चावै ह अर इ बजेऊँई बो खुदनै दुसरा झंझटामै कोनी गेरै।
पण परमेसर अर परम-पिता की नजर्या म खरी अर पबितर भगती तो आ ह क अनाथ अर खाली होईड़ीनै बाकै दुख दरद म समाळै अर खुदनै इ दुनियादारीऊँ बेदाग राख।
जीवन जीबा ताँई अर परबु की सेवा करबा ताँई जोक्यु बी आपणानै चाए हो, बो सक्यु परबु आपकी अनोरी सक्तिऊँ आपणानै दिओ ह। क्युं क आपा बिनै जाणा हां। बोई आपणानै आपकी धारमिक्ता अर मेमाऊँ बुलायो ह।
क्युं क ज थारै म अ सगळी बाता रेह्सी अर थे आ बाता म बढता रेहस्यो जणा परबु ईसु मसी की पिछाण म बो थानै निकम्मो कोनी होबा देसी।
अर ज थे इ रीत गेल चालस्यो जणा एक दिन पक्काई आपणा परबु अर छुटकारो देबाळा ईसु मसी का अजर-अमर राज म जास्यो।
पण आपणा परबु अर छुटकारो देबाळा ईसु मसी की दया अर बिकी पिछाण म बढता जाओ। बिकी मेमा इब अर सदा-सदाई होती रेह्वै। अंय्यांई होवै!