18 क्युं क अ मिनख बा मिनखानै जखा पेल्या भटकेड़ा हा पण इबारई सई गेला प आया हीं, बाऊँ गुमान हाळी बाता कर बाकी बुरी इंछ्यानै जगावीं हीं। अर बानै गेलो भटकावै ह।
ज अ मिनख परबु अर छुटकारो देबाळा ईसु मसी की बजेऊँ दुनिया की बुराईऊँ बचाया गया हा इकै वावजुद बी ज बे बुराई करीं हीं जणा आकी दसा पेलड़ी दसाऊँ बेसी बुरी होसी।
इ बजेऊँ बो आपणाऊँ बडा-बडा अर किमती करार कर्या हीं, जिऊँ आपणा म परमेसर को सुभाव आ सकै, जिऊँ आपा आपणी बुरी इंछ्या अर इ दुनिया की बुराईऊँ बच सकां।
जणा क्युंना आपा सूल रेह्वां जंय्यां मिनख दिन का उजाळा म रेह्वै। खा पीर धुत्त रेह्बाळासा नइ, नइ कुकरम अर रांडबाज की जंय्यां, नइ लड़बाळा की जंय्यां अर नइ बळोकड़ा की जंय्यां।
थे इ धरती प थारी मन की मोज मारी ह। अर थे खुदनै भोगबिलास म डूबा दिआ हो। अर अंय्यां कर थे खुदनै पाळपोसर नास हाळा दिन ताँई त्यार कर लिआ हो।
ओ मिनख परमेसर, झूठा देवता अर जानै मिनख धोकीं हीं बा सकै बिरोद म होज्यासी अर बो खुदनै आ सगळाऊँ बडो बतासी। बो परमेसर का मनदर म जार बेठ ज्यासी अर खुदनै परमेसर बतासी।
इकै पाछै म धरतीऊँ एक ओर डरावना जानबरनै बारनै निकळता देख्यो। जंय्यां उन्या क सींग होवै ह बंय्यां बिकै दो सींग हा, पण बिकी उवाज अजगर जंय्यां की ही।
अ मिनख आपका करमाऊँ गंदगी फेलावीं हीं जंय्यां तौफान म समदर की झाल झाग फेकै ह। थानै आ मिनखा का दिखाया गेला प नइ चालबो चाए क्युं क अ बा तारा की जंय्यां हीं जखा नित नई-नई दिसा म जावीं हीं। आ ताँई नरक म अँधेरीयो खाडो सदाई त्यार ह जिमै आनै पटक्यो जासी।
बि नगरी म समोन नाम को एक मिनख हो, जखो मिनखानै जादू दिखार ताजूब म गेर देतो। अर खुदनै बडो आदमी बतातो।
पतरस ओर बी बोळी बाता बोलर बानै चेतायो। अर अरदास कर बोल्यो, “इ कुटिचर पिडी प पड़बाळा न्यायऊँ खुदनै बचाओ।”
इ ताँई परबु का नामऊँ म थानै चेतार्यो हूँ क इब आगैऊँ परमेसरनै नइ ध्यारबाळा मिनखा की जंय्यां मना जीवो क्युं क बाकी सोच बुरी ह,
अर बोळा मिनख बाका कूगेला प चालसी अर बाका करमाऊँ सचाई का गेला की बदनामी होसी।
पण लुत धरमी मिनख हो इ ताँई परमेसर बिनै बचा लिओ। बो पापी मिनखा क पाप करबा की बजेऊँ दुखी होतो हो।
बे सदाई बि कुकरमी लूगाई की तक म रेह्वै जिकै सागै अ कुकरम कर सकै। अर बे पाप कर्या बिना कोनी सकै। अ भोळा-भाळा मिनखानै भूळा-फुसळार आपकै सागै कर लेवीं हीं आको हियो लालची ह अ सराप की ओलाद हीं।
ओ लाडलो, थे पेल्याऊँई आ बातानै जाणर चेता म रेह्ओ, जिऊँ थे बुराई करबाळा की बाता म आर थारी मजबूतिनै नइ खो द्यो।