15 अ सई गेलानै छोडर भटकगा हीं। अ मिनख बओर का छोरा बिलाम का गेला प चालीं हीं; बिलाम जिनै हराम की कमाई प्यारी ही।
क्युंबी हो पण इब बी तेर म क्युंक कमीया ह अर बे अ ह क, तेरी बिस्वासी मंडळी म अंय्यां का क्युंक मिनख ह जखा बिलाम की सीख प चालै ह। क्युं क बिलाम, बालाकनै सीखायो हो क बो इजरायली मिनखानै मूरती प चढाईड़ो चढावो खाबा अर कुकरम करबा ताँई उकसावै।
बापै स्यामत पड़सी! अ मिनख तो कैन की जंय्यांई बुराई का गेला प चालीं हीं, अर अ धन का लालच म बिलाम की जंय्यांई पाप करीं हीं। अ मिनख परमेसर क सामै होगा हीं जंय्यां कोरह होयो हो। जणा आ सगळी बाता बेई आको बी नास कर्यो जासी।
अ बुराई करी ह, जणा अ बुराई को फळ भोगसी। आनै रात-दिन कुकरम करबो चोखो लागै ह। अ मिनखा क नाम प कळंक हीं। अ मिनख जद थारै सागै बार त्युंहार प खाबा-पीबा ताँई भेळा होवीं हीं जणा अ खुद क कानिऊँ खाबो-पीबो कर आपकी इंछ्यानै पूरी करीं हीं।
अर बोल्यो, “सगळा छळ कपटऊँ भरेड़ा सेतान की ओलाद, भलाई का बेरी। तू परमेसर का सचा अर सिदा गेलानै तोड़बो मोड़बो कोनी छोडै के?”
बो आपकी पाप की कमाईऊँ एक खेत मोल लिओ, अर बो सीरवाणी पड़्यो जिऊँ बिकी काया पाटगी अर बिका सगळा आंतड़ा-ओजड़ा बारनै आ पड़्या।
इनै चोखा दामा म बेचर इऊँ जखा रिपीआ मिलता बानै गरीबा म बाट्यो जा सको हो।”