केदिआनै अंय्यां याद राखो जंय्यां थे बी बिकै सागै केद म रिह्या हो। अर जाकै सागै बुरो बरताव कर्यो गयो ह बाकी आ जाणर सुदी ल्यो क जंय्यां थे खुद पिड़ा म हो।
थारै बारां म अंय्यां सोचबो मेर ताँई सई ह, क्युं क थे मेरा काळज्या म बसर्या हो। बि सोभाग म थे सगळा पाँतीवाळ हो जखो परमेसर मनै दिओ, चाएस म जद अब जेळ म हूँ अर नहिस जद म अजादिऊँ चोखा समचार क सच को सबूत देर बिनै पुक्ता करबा म लागर्यो हो।