अर जिनै बी परमेसर कानिऊँ आत्मिक बरदान मिलेड़ो ह। बिनै चाए क बो परमेसर का चोखा भंडारी की जंय्यां बि आत्मिक बरदाननै एक दुसरा की सेवा करबा ताँई सूल काम म लेवै।
जिऊँ थे परबु जंय्यां चावै ह बंय्यां जी सको अर हर बाता म सदाई परबु मसीनै राजी राख सको। थारै जीवन म भला कामा का फळ लागै अर थे परमेसर का ज्ञान म दिन-दिन बढता रह्यो।
बठै याफा नगरी म तबिता नाम की एक बिस्वासी रिह्या करती ही जिनै यूनानी भासा म दोरकास खेवै ह जिको मतबल हिरणी होवै। बा बोळा चोखा-चोखा काम कर्या करती अर गरीबानै दान दिआ करती ही।