6 पण थे याद राखो जखो थोड़ो बोवै ह बो थोड़ो अर जखो बोळो बोवै ह बो बोळो काटसी।
दुसरानै दिआ करो जणा परमेसर थानै बी निका नाप तोलर दबा-दबा अर हला-हला चोखी ढाळ उंदकतो देसी। क्युं क जि नापऊँ थे दुसरानै द्यो हो बि नापऊँई थानै दिओ जासी।”
परमेसर बोवणियानै बीज, अर खाबा ताँई रोटी देवै ह। बोई थारी जुर्त पूरी करसी अर थारी धारमिक्ता की फसलनै बढासी।
परमेसर अन्याय करबाळो कोनी। क्युं क थारा कामानै अर परमेसर का मिनखा की मदद कर जखो परेम थे बिका नामऊँ दिखाया अर दिखार्या हो बिनै परमेसर कदैई कोनी भूलै।
म थारूँ खेऊँ हूँ, ज थे पबितर आत्मा क कह्या गेल भेवार करस्यो, जणा काया की बुरी इंछ्यानै बस म राखस्यो।
मेरै खेबा को मतबल ओ ह, क जखो करार परमेसर पेल्याऊँ कर दिओ बिनै च्यार सो तीस बरस क पाछै आबाळो सास्तर कोनी बदल सकै। अर नइ बिका वादानै नकार्यो जा सकै।
पण सचाई आ ह क मसीनै मरेड़ा मऊँ जीवायो गयो आ इ बात की जामनी ह क मरेड़ानै जीवायो ज्यासी।
इ ताँई परबु का नामऊँ म थानै चेतार्यो हूँ क इब आगैऊँ परमेसरनै नइ ध्यारबाळा मिनखा की जंय्यां मना जीवो क्युं क बाकी सोच बुरी ह,
ओ मेरा लाडला बिस्वास्यो, म तो आई खेऊँ हूँ, क टेम बोळो कम ह। इ ताँई इबऊँ जिकै लूगाई ह बो अंय्यां रेह्वै जंय्यां बिकै लूगाई आथई कोनी।
अंय्यां म इ ताँई बोलुँ हूँ क कोई थानै आपकी मिठी-मिठी बाताऊँ धोको नइ दे सकै।
थारै म आ राड़ ह क थारै मऊँ क्युंक बोलै ह, “म्हें तो पोलुस का चेला हां” क्युंक बोलै ह, “म्हें अपुलोस का” क्युंक बोलै ह, “म्हें केफा का” अर क्युंक खुदनै, “मसी का चेला” बतावीं हीं।
इ ताँई म मेरा आबाऊँ पेली मेरै सागैहाळा बिस्वासी भाईड़ानै थारै कनै जाबा ताँई मनायो जिऊँ बे, जखो खुला हियाऊँ बडो दान थे देबा ताँई जबान करी ही बिनै भेळो कर त्यार राखै। अंय्यां करबो इ बातनै दिखासी क थे थारी इंछ्याऊँ दिआ हो नइ क थे देबा ताँई पाबंद हा।