11 थानै हर ढाळ भर्योपूरो कर्यो जासी जिऊँ हर मोका प थे खुला हियाऊँ हात बढाबाळा बणो। अर जद म्हें थारा दियड़ा दानऊँ ओरा क आडा आस्यां जणा बे परमेसरनै धनेवाद देसी।
अ सगळी बाता थारै ताँई करी जारी ह जिऊँ परमेसर की दया बेत्तीऊँ बेत्ती मिनखा ताँई पुगै, जिऊँ बे परमेसरनै धनेवाद देसी अर परमेसरनै मोकळी मेमा मिलसी।
क्युं क इ सेवा की बजेऊँ परमेसर का मिनखा की जुर्तई पूरी कोनी होवै पण मिनख परमेसरनै धनेवाद बी देवीं हीं।
थे म्हारै ताँई अरदास कर म्हारी मदद करो हो। ओ बिकोई नतिजो ह क म्हानै खतराऊँ बचायो जावै ह। अर बोळानै परमेसर जखो म्हारै ताँई कर्यो ह बिकै बजेऊँ परमेसरनै धनेवाद देबा को मोको मिलै ह।
म्हारै सागै जार दान भेळो करबा ताँई बिस्वासी मंडळ्या इ भाईड़ानै टाळी ह। अर ओ सेवा को काम म्हें ओरा क आडै आबा अर परमेसर की मेमा ताँई करां हां।
परमेसर को धनेवाद हो, क बो तितूस क हिया म थारै बेई बाई चिंत्या दि जखी म राखूँ हूँ।
क्युं क मसी म थानै बोलबा, सगळा ज्ञान अर सगळी बाता म सागेड़ो बणायो गयो ह।
ज कोईसानै दुसरानै हिमत बंधाबा को बरदान मिल्यो ह जणा बो हिमत बंधावै। ज कोईसानै दान देबा को बरदान मिलेड़ो ह जणा बो खुला मनऊँ देवै। ज कोईसानै मुख्याई करबा को दान मिलेड़ो ह जणा बो मन लगार मुख्याई करै, अर ज कोईसानै दया करबा को बरदान मिलेड़ो ह जणा बो राजी हियाऊँ दया करै।
मेरा धन क सागै म क्युं बी करूं इको हक मनै कोनी के? म चोखो मिनख हूँ इ ताँई तू जळै ह के?’
अर जिनै दो मिली ही बो बाऊँ दो ओर कमाली।